कानपुर: जिले के थाना चौबेपुर के बिकरु गांव में दबिश देने गई पुलिसकर्मियों पर टीम पर कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. जिसके बाद से पूरे प्रदेश भर में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा का एक सरकारी पत्र वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने थाना चौबेपुर के एसओ विनय तिवारी पर विकास दुबे के साथ मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए हैं.
कानपुर: विकास दुबे और पुलिस की मिलीभगत की जांच करने पहुंचीं आईजी - कानपुर खबर
यूपी के कानपुर में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे और पुलिस की मिलीभगत की जांच करने के लिए मंगलवार को लखनऊ की आईजी लक्ष्मी सिंह पहुंची थीं. इस दौरान उन्होंने सीओ बिल्हौर और थाना चौबेपुर के दफ्तरों के दस्तावेज खंगाले.
वहीं यह लेटर उन्होंने कानपुर के तत्कालीन एसएसपी अनंत देव को भेजा था. इस लेटर के वायरल होने के बाद से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. वहीं सोमवार को इस लेटर के गायब होने के बाद से एक बार फिर पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं. जिसकी जांच करने के लिए मंगलवार को लखनऊ की आईजी लक्ष्मी सिंह कानपुर पहुंची. उन्होंने सीओ बिल्हौर ऑफिस और थाना चौबेपुर के दस्तावेज खंगाले. उन्होंने सीओ ऑफिस में मौजूद स्टाफ से भी पूछताछ की.
वहीं आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह मीडिया के सवालों से बचती हुई नजर आईं. उन्होंने लगभग 2 घंटे सीओ बिल्हौर के दफ्तर और थाना चौबेपुर में गहनता से मामले की जांच की. उन्होंने कहा कि अभी गहनता से मामले की जांच की जा रही है, जांच पूरी होने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उनको बताया जाएगा.