कानपुर: शहर और आसपास के अन्य जिलों में जो उद्यमी, अपना उद्यम स्थापित करना चाहते हैं. उनके लिए चार करोड़ रुपये तक की राशि उद्योग विभाग की ओर से स्थाई पूंजी निवेश के तौर पर दी जाएगी. इस राशि से उद्यमी अपना प्लांट और मशीनरी लगा सकेंगे, उपकरण खरीद सकेंगे. वहीं, अगर कोई भवन बनाना चाहते हैं तो भवन की कुल लागत की 10 फीसद राशि, उक्त राशि में शामिल मानी जाएगी.
दरअसल, बुधवार को कानपुर के कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने यह जानकारी मंडलीय उद्योग बंधु की बैठक में मौजूद अफसरोंऔर उद्यमियों को दी. उन्होंने सभी के साथ नई एमएसएमई नीति के बिंदुओं पर विस्तार से बात की. संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि सूक्ष्म इकाई संचालकों को पांच सालों तक वार्षिक ब्याज का 50 फीसद (अधिकतम 25 लाख रुपये तक) की सहायता ब्याज उत्पादन के तौर पर मिल सकेगी. इसी तरह सीईटीपी की स्थापना के लिए 10 करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी. बैठक में यह भी तय हुआ, कि दादानगर से पनकी मार्ग को जोड़ने के लिए 31 दिसंबर तक सारा काम पूरा कर लिया जाएगा.