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बिकरु कांडः एसआईटी की जांच में 4 सीओ की मिली लापरवाही

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Published : Apr 7, 2021, 8:48 PM IST

कानपुर जिले में बिकरु कांड को लेकर गठित एसआईटी यानी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने जांच में 4 क्षेत्राधिकारियों को लापरवाही का दोषी माना है. जांच रिपोर्ट एडीजी कानपुर जोन को जल्द सौंपी जाएगी.

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कानपुरःजिले में बिकरु कांड को लेकर गठित एसआईटी यानी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने जांच में 4 क्षेत्राधिकारियों को लापरवाही का दोषी माना है. पर्यवेक्षण में चारों सीओ दोषी पाए गए हैं. हालांकि उनके कुख्यात विकास दुबे से प्रत्यक्ष रूप से संबंध नहीं पाए गए हैं. बिकरु कांड में पुलिस की संलिप्तता की जांच कर रहे एडीसीपी डॉ. अनिल कुमार ने अपनी पड़ताल में यह रिपोर्ट तैयार की है. अब वो जल्द अपनी जांच रिपोर्ट एडीजी कानपुर जोन भानू भास्कर को सौपेंगे. जिसके बाद आरोपी 4 सीओ पर दंड तय किया जाएगा.

गैंगेस्टर विकास दुबे की खाकी से जुगलबंदी को लेकर गठित हुई थी जांच
बिकरु कांड के मास्टरमाइंड कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसको बढ़ावा देने में मददगार पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच की गई थी. एसआईटी ने 11 सीओ और 37 पुलिस कर्मियों को कुख्यात विकास का साथ देने में आरोपी मानते हुए जांच की संस्तुति की थी. जिसके बाद तत्कालीन एसपी पश्चिम डॉ अनिल को सभी क्षेत्राधिकारियों की जांच सौंपी गई थी. सूत्रों के अनुसार जांच अधिकारी ने जांच में पाया कि प्रत्यक्ष रूप से तो कोई भी सीओ विकास दुबे से संबंध नहीं थे लेकिन पर्यवेक्षण में लापरवाही में जरूर दोषी पाए गए. ऐसे में कई सीओ तो सेवानिवृत्त हो गए हैं तो उन पर नियमानुसार कार्रवाई नहीं हो सकती इसलिए बाकी बचे 4 सीओ पर दंड निर्धारण एडीजी कानपुर जोन तय करेंगे.

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यह था बिकरु कांड
गौरतलब है कि पिछले साल की 2 जुलाई की रात थाना चौबेपुर के बिल्कुल गांव में विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर एक डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार डाला था.

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