कानपुर :पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के सभागार में रामकुटी फाउंडेशन की ओर से आयोजित पंडित राम बालक मिश्र स्मृति समारोह को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं जिस पद पर हूं, उसके तहत कुछ मर्यादाएं होती हैं. इसकी इसी वजह से अक्सर कार्यक्रमों में पहुंचने में देरी हो जाती है. मेरे मन में हमेशा यही रहता है कि जल्द से जल्द बस कानपुर पहुंच जाऊं. यहां से जो लगाव है, वह मेरे लिए जीवनपर्यंत रहेगा.
कानपुर से हमेशा रहेगा जुड़ाव :शनिवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के सभागार में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि कभी-कभी जब लोग अपने घर में आते हैं तो उनकी प्रशंसा होने पर बहुत अच्छा लगता है. हर व्यक्ति की तारीफ घर में होती है लेकिन उसके सामने हो तो यह और भी अच्छा होता है. जब मैं कानपुर नहीं आ पाता हूं तो यहां के लोग दिल्ली पहुंच जाते हैंं. यहां से ऐसा बंधन है जो हमेशा जुड़ा रहेगा. कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, महापौर प्रमिला पांडेय, एमएलसी सलिल विश्नोई, सुधाकर पांडेय, डॉ.शिवा कांत मिश्र, विजय कांत मिश्र आदि भी मौजूद रहे.
सुनाया केरल का वाकया :संबोधन के दौरान पूर्व राष्ट्रपति ने एक वाकया सुनाते हुए कहा कि कुछ माह पहले केरल जाना हुआ. वहां चार दिनों तक रुकना था. इसी बीच राजभवन में उप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना से मुलाकात हुई. उन्होंने बताया, वह श्री श्री अमृता आनंदमयी मां से मिलने आए हैं. हमने भी, अपने स्टाफ से कहा कि उनसे समय मांग लीजिए, फिर क्या था, फौरन ही समय मिल गया और हम भी पहुंच गए. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि जब उनके पास दो-ढाई घंटे बैठे तो वहां लोगों ने हमसे कहा, कि यह तो जानकारी है कि आप उप्र से हैं. हालांकि, आपका मूल जिला कौन सा है?, इस सवाल के जवाब में मुस्कुराते हुए हमने कहा कि हम कानपुर से हैं. पूर्व राष्ट्रपति के इतना कहते ही, पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा।