कानपुर: अक्सर ही तीज-त्योहारों पर हमें देखने और सुनने को मिलता है कि खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसर मिठाई, रेस्टोरेंट समेत अन्य खाने-पीने वाली दुकानों के नमूने लेते हैं. इसके बाद इनका परीक्षण कराते हैं. हालांकि, जब तक रिपोर्ट आती है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और मिलावट करने वालों का दायरा पहले से बढ़ जाता है. अब इस तरह का काम करने वाले जल्द पकड़े जाएंगे और उन पर जुर्माना भी लगेगा.
दरअसल, सूबे के हर मंडल में आधुनिक तकनीकों वाली मशीनों को अपलोड कराकर एडवांस लैब बनेगी. इसमें जिस दिन नमूने पहुंचेंगे उसी दिन परीक्षण होगा और रिपोर्ट के आधार पर दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी. मंगलवार को कानपुर में चिकित्सकों के सम्मान कार्यक्रम में शामिल होने आए आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि छह मंडलों वाराणसी, आगरा, मेरठ, झांसी, गोरखपुर, लखनऊ में यह लैब बन चुकी हैं. जबकि, कानपुर में बगदौधी बांगर में लैब बन रही है जो मार्च 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगी. इसी तरह आने वाले समय में सभी 18 मंडलों में लैब तैयार कराएंगे, जिससे मिलावटखोरों पर समय के साथ नकेल कसी जाएगी. उन्होंने कहा कि अब खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसर फील्ड पर रोजाना दिखेंगे. केवल पर्व, त्योहार या किसी अन्य आयोजन पर महज औपचारिकता पूरी कर लेने वाला समय गया. यह योगी सरकार है, जिसमें अफसरों को जमीन पर काम करके दिखाना होगा.