कानपुर: यह तो लाजिमी है कि किसी मुसीबत में हर किसी को अपने परिजनों या पारिवारिक सदस्यों की फिक्र सबसे अधिक होती है. लेकिन, कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो अपने पेट्स या पालतू जानवरों से उतना ही लगाव और प्यार करते हैं, जितना की किसी अपने से. इसकी बानगी दीपावली पर कानपुर के काकादेव थाना क्षेत्र स्थित सिंधी कॉलोनी में तब देखने को मिली, जब पटाखों के तेज शोर के बीच एक इलेक्ट्रानिक्स शोरूम में आग लग गई. जैसे ही फायर सर्विस विभाग के अफसर और कर्मी आग बुझाने पहुंचे, तो सबसे पहले परिजनों ने कहा कि सामान की चिंता मत करिएगा, बस जो फर्स्ट फ्लोर पर चार खरगोश हैं, उन्हें बचा लीजिए. दमकल कर्मियों ने बिना अपनी जान की परवाह करें आग की तेज लपटों के बीच फंसे चार खरगोशों को सुरक्षित ढंग से निकाला. इसके बाद परिजनों ने राहत की सांस ली.
थोड़ी देर हो जाती, तो हो सकता था बड़ा हादसा: मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि जब टीमें पहुंची थी तो एक पल के लिए आग का विकराल रूप देख सभी सहम गए थे. लेकिन, कर्मियों ने हमेशा की तरह जांबाजी और हिम्मत दिखाते हुए लोगों की तो जानें बचाई ही, साथ में खरगोश को भी बचा लिया. परिजन सभी खरगोश ऐसे पकड़े हुए थे, जैसे कोई मां-बाप अपने बच्चों को हाथों में लिए रहते हैं.