कानपुर : कोरोना संक्रमण के बीच निजी अस्पतालों में लूट खसोट बढ़ गयी है. यहां मरीजों के परिजनों से मनमाने ढंग से वसूली की जा रही है. उसके बावजूद ठीक इलाज ना मिलने से लोग अपनी जान गवां रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कानपुर में सामने आया है जहां एक मरीज के परिजनों को निजी कोविड अस्पताल में लाखों रुपये का बिल थमा दिया गया. इतना ही नहीं मरीज की मौत हो जाने पर अस्पताल प्रशासन ने बिना पैसा जमा कराए उसके परिजनों को शव तक देने से मना कर दिया. इस पर पीड़ित परिजनों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई. जिलाधिकारी ने टीम भेजकर पीड़ित को उसके पिता का शव दिलाया और अस्पताल पर जांच बैठा दी. जांच में अस्पताल की भूमिका संदिग्ध पाये जाने पर अस्पताल पर एफआईआर दर्ज कराई गई है.
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जानें पूरा मामला
कृष्णा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है. इस अस्पताल के खिलाफ कई दिनों से शिकायतें आ रही थीं कि यहां पर ओवर बिलिंग की जा रही है. अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई और बिना पैसा जमा कराए अस्पताल प्रशासन ने शव देने से मना कर दिया. इसके बाद मृतक के बेटे ने जिलाधिकारी से शिकायत की. जिलाधिकारी ने टीम भेजकर पीड़ित को उसके पिता का शव दिलाया. इस प्रकरण में अस्पताल के खिलाफ जांच के आदेश दिए. जांच में पाया गया कि अस्पताल ने कई चार्ज फर्जी तरीके से लगाए थे. शासन द्वारा निर्धारित दरों से कई गुना अधिक चार्ज लिया जा रहा था. इसे देखते हुए जिलाधिकारी के आदेश पर अस्पताल के खिलाफ रेल बाजार थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.
रेल बाजार थाने में एफआईआर दर्ज करायी
अपर जिलाधिकारी कानपुर नगर अतुल कुमार ने बताया कि समस्त प्राइवेट कोविड-19 अस्पतालों को कड़े निर्देश दिए गए थे कि वह किसी भी स्थिति में ओवर बिलिंग नहीं करेंगे. कृष्णा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल द्वारा ओवर बिलिंग की शिकायत मिली है. इसकी जांच एसीएम प्रथम द्वारा की गई. जांच में ओवर बिलिंग की बात सामने आई जिसे देखते हुए तत्काल टाटमिल स्थित कृष्णा सुपर स्पेशलिटी कोविड-19 अस्पताल के खिलाफ रेल बाजार थाने में एफआईआर दर्ज करायी गई है.