कानपुर: उन्नाव रेपकांड में सड़क दुर्घटना पर फतेहपुर निवासी ट्रक मालिक ने कहा था कि फाइनेंसर से बचने के लिए ट्रक की नम्बर प्लेट पर ग्रीस लगाई थी. ये बात फायनेंसर के बयान से सरासर झूठ साबित हुई है. इस मामले में मीडिया से बात करते हुए ट्रक के फाइनेंसर ने कहा कि ट्रक की नम्बर प्लेट को छुपाना ट्रक मालिक की कोई पर्सनल प्रॉब्लम रही होगी.
उन्नाव रेपकांड: ट्रक एक्सीडेंट को लेकर फाइनेंस कंपनी का बयान, कहा- नम्बर प्लेट छुपाना समझ से परे
उन्नाव सड़क हादसे में ट्रक की नम्बर प्लेट छुपाने को लेकर फाइनेंस कंपनी ने बयान दिया है. फाइनेंस कंपनी का कहना है कि ट्रक की नम्बर प्लेट को छुपाना ट्रक मालिक की कोई पर्सनल प्रॉब्लम रही होगी, क्योंकि फाइनेंसर अब ग्राहकों की गाड़ियां नहीं खींचता है.
ट्रक की नम्बर प्लेट छुपाना पर्सनल प्रॉब्लम
उन्नाव की रेप पीड़िता की कार में टक्कर मारने वाले ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर ने ट्रक को जापान की इंटरनेशनल फाइनेंस कंपनी ओरिक्स लाइजनिंग एंड फाइनेंसियल सर्विसेज इंडिया लिमिटेड से फाइनेंस कराया था. फाइनेंस कंपनी के कानपुर ब्रांच के कलेक्शन मैनेजर शशि कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रक की नम्बर प्लेट को छुपाना ट्रक मालिक की कोई पर्सनल प्रॉब्लम रही होगी, क्योंकि फाइनेंसर अपने ग्राहकों को परेशान नहीं करते बल्कि उनकी मदद करते हैं.
ट्रक की नम्बर प्लेट छुपाना समझ से परे
कलेक्शन मैनेजर शशि कुमार ने बताया कि देवेंद्र किशोर उनके अच्छे ग्राहकों में से एक हैं. इन्होंने तीन गाड़ियां फाइनेंस कराई थीं, जिसमें से एक गाड़ी की किश्तें पूरी होने पर उनको एनओसी भी दे दी गई है. फाइनेंसर ग्राहकों की गाड़ियां अब नहीं खींचता और न ही नम्बर प्लेट से उनके पीछे दौड़ता है. इसलिए फाइनेंसर से बचने के लिए नम्बर प्लेट पर कालिख लगाना समझ से परे है.