कानपुर:जब हम खाना खाते हैं तो थाली में सलाद का उपयोग भी करते हैं. चिकित्सकों का दावा है कि खाने संग सलाद मिल जाए तो पाचन शक्ति बेहतर हो जाती है. इसी सलाद का एक अहम हिस्सा खीरा को माना जाता है. गर्मियों में तो अधिक से अधिक लोग खीरा खाते हैं और डिहाइड्रेशन से खुद को बचाते हैं. हालांकि जो देशी खीरा गर्मियों के सीजन में आता है, वह बारिश और सर्दी के मौसम में नहीं मिल पाता था. लेकिन अब चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) से सम्बद्ध सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खीरे की पहली एक ऐसी प्रजाति- आजाद अगेता एक को तैयार कर लिया गया है. किसान हर मौसम इस नई प्रजाति के खीरे का उत्पादन हर मौसम में कर सकेंगे. इसका स्वाद भी बिल्कुल देशी खीरे जैसा मीठा होगा. साथ ही भरपूर पानी की मात्रा होगी.
35 दिन में तैयार होगी फसल: ईटीवी संवाददाता से विशेष बातचीत में सेंटर आफ एक्सीलेंस के इंचार्ज डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि इस प्रजाति को हमने आजाद खीरा व देशी खीरा मिक्स करके ही तैयार किया. इसकी खासियत यह है कि आमतौर पर देशी खीरा 35 से 40 दिन में तैयार होता है. जबकि नई प्रजाति में हम तीन से चार दिनों पहले ही यानि 30 से 35 दिनों के अंदर ही आजाद अगेता एक प्रजाति को तैयार कर सकते हैं. उन्होंने बताया, कि इस खीरे की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें जो बेल दिखती है, वह फलों से लदी होती है. बेल के हर नोड (सिरे) पर खीरा लगेगा.
खीरे की नई किस्मः हर मौसम में किसान कर सकेंगे उत्पादन, 35 दिन में हो जाएगा तैयार - Center of Excellence kanpur
कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) से संबंध सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ने खीरे की नई किस्म तैयार की है. किसान इस नई प्रजाति के खीरे का उत्पादन हर मौसम में कर सकते हैं.
![खीरे की नई किस्मः हर मौसम में किसान कर सकेंगे उत्पादन, 35 दिन में हो जाएगा तैयार Etv Bharat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15-12-2023/1200-675-20267277-thumbnail-16x9-kanpur-news.jpg)
Etv Bharat
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Dec 15, 2023, 9:07 AM IST
|Updated : Dec 15, 2023, 3:18 PM IST
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खीरे की नई प्रजाति तैयार.
पूरे सूबे के किसानों को मिलेंगे बीज:डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि अब सूबे के किसान आजाद अगेता एक खीरा की फसल को 12 माह किसी भी समय तैयार कर सकते हैं. सेंटर आफ एक्सीलेंस से भी किसानों को जल्द ही बीज मिलना शुरू हो जाएंगे. जिससे वह अपनी फसल तैयार कर सकते हैं.
Last Updated : Dec 15, 2023, 3:18 PM IST