कानपुरः इंसान के जीवन में फूलों का बड़ा महत्व है. खुशी हो या दु:ख, या पूजा पाठ करना हो. सबसे पहला महत्व फूलों को दिया जाता है. इन्हीं फूलों को अपने खेतों में उगाकर अपने 100 लोगों के परिवार की जीविका चलाने वाले किसान आजकल परेशान हैं. कोरोना वायरस के डंक से लॉकडाउन की स्थिति में भुखमरी की कगार पर आ गए हैं.
जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के रूमा गांव में 100 लोगों का किसान परिवार रहता है. यह परिवार कई पीढ़ियों से फूलों की खेती कर अपनी जीविका चला रहा है. एक समय में इनके खेत में उगे हुए फूलों से आसपास के कई जिलों में कई परिवारों की रोजी-रोटी चल रही थी.
इनके पास करीब 18 बीघा खेती है और इस खेती में यह साल के 4 महीने फूल उगाया करते थे. उससे हुई आमदनी से पूरे साल रोजी-रोटी चलाते हैं, लेकिन इस साल उनके खेतों में उग रहे फूलों को यह किसान परिवार खुद ही अपने हाथों से तोड़कर खेतों में फेंकने को मजबूर हैं.
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लॉकडाउन में फूल बिक नहीं रहे है, इससे परेशान किसान अवधेश सिंह ने बताया कि फूलों को डाल से तोड़ेंगे नहीं तो अगली फसल के बीज भी नहीं मिलेंगे. फूलों की खेती करने वाला यह किसान परिवार फूलों की खेती कर आसपास के जिलों में इसकी सप्लाई किया करता था लेकिन लॉकडाउन के चलते इनकी सप्लाई ठप हो चुकी है, जिससे ये बेहद परेशान हैं.