कानपुर: पिछले दिनों हुई इंजीनियर आरजू की हत्या का खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. जबकि पुलिस ने आरजू के पति को उसकी हत्या के मामले में पहले ही जेल भेज दिया है. वहीं फॉरेंसिक टीम एक बार फिर आरजू के पति अमनदीप को लेकर उसके घर पहुंची और उसी सीलबंद बाथरूम का निरीक्षण किया जहां आरजू का शव मिला था. जांच के दौरान गीजर से गैस लीकेज के सबूत मिले हैं. इसके अलावा जांच में पता चला है कि बाथरूम का दरवाजा बंद करने के बाद वह स्थान क्लोज चेंबर बन जाता है. यानी बाथरूम से हवा बाहर निकलने का कोई स्थान नहीं मिला.
आरजू हत्याकांड: हत्या या हादसा! फॉरेंसिक रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
इंजीनियर आरजू की मौत का रहस्य गहराता ही जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहां गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी, वहीं अब फॉरेंसिक रिपोर्ट में हत्या के सबूत नहीं मिले हैं. इन हालात में फॉरेंसिक टीम ने फिर सीलबंद बाथरूम का निरीक्षण किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
हालांकि पुलिस इस दिशा में भी काम कर रही है कि कहीं जानबूझकर तो गैस लीक नहीं की गई. फिलहाल पुलिस को फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है. घटनास्थल से मिले सबूतों के आधार पर अब यह मामला हादसे की ओर मुड़ता दिख रहा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि क्लोज चेंबर बनने के बाद हुए गैस लीकेज से आरजू का दम घुट गया था. हालांकि इस निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले यह भी साबित करना होगा कि आरजू की सांस नली में कार्बन के कड़ मिले हैं या नहीं.
आपको बता दें कि 8 दिसंबर को सॉफ्टवेयर इंजीनियर आरजू गुप्ता की शादी नौबस्ता थाना क्षेत्र में केशव नगर के एक अपार्टमेंट में इंजीनियर अमनदीप गुप्ता से हुई थी. जानकारी के अनुसार, दोनों पति-पत्नी एक ही कंपनी में काम करते थे. 25 दिसंबर को ससुराल में जब सभी लोग मौजूद थे, तब बहू आरजू गुप्ता संदिग्ध परिस्थिति में बाथरूम में गिरी मिली थी. वहीं इस मामले में सीओ गोविंद नगर विकास पांडे ने बताया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है कि हत्या है या हादसा.