कानपुरः एक ओर लोगों को कोरोना डरा रहा है, दूसरी ओर डेंगू ने भी दस्तक दे दी है. लेकिन बिल्हौर आदर्श नगर पालिका इससे बेपरवाह बना हुआ है. वार्ड में लगे कूड़ेदानों का हाल ऐसा है कि उसके बाहर भारी मात्रा में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. अब सवाल ये उठता है कि, जब कूड़ा-करकट खुले में ही डालना था, तो भला डस्टबिन पर सरकारी पैसे क्यों खर्च किये गये. यहां की नगर पालिका स्वच्छता मिशन की धज्जियां उड़ा रही है.
बिल्हौर नगर पालिका में लाखों की कीमत के लगे डस्टबिन चढ़े भ्रष्टाचार की भेंट - कानपुर ख़बर
बिल्हौर आदर्श नगर पालिका के लगाये गये कूड़ेदानों की स्थिति दयनीय है. डस्टबिन तो है लेकिन गंदगी उसके बाहर फैली हुई है. वजह डस्टबिन लगाने में सरकारी पैसों की बंदरबाट को बताया जा रहा है.
डस्टबिन चढ़े भ्रष्टाचार की भेंट
बिल्हौर नगर पालिका के वार्ड में सरकारी पैसे का दुरूपयोग इस कदर किया गया कि, यहां पर दोयम दर्जे के डस्टबिन लगाये गये. जिससे कुछ समय बाद ही वे टूट-फूट गये. जिसके बाद दोबारा सरकारी पैसे से यहां डस्टबिन लगाया गया. लेकिन उसकी भी वही दशा हुई. नतीजा कूड़े-करकट को बाहर ही डंप किया जाने लगा. नगर पालिका प्रशासन स्थानीय लोगों के सेहत के साथ खिलवाड़ कर रही है. खुले में गंदगी होने से लोगों को बीमारी फैलने का डर सताने लगा है. नगर पालिका में चल रहे भ्रष्टाचार पर जिला प्रशासन का रवैया भी ढुलमुल ही है. हालांकि उपजिलाधिकारी मीनू राणा का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. पालिका ईओ से सम्बंधित संस्था के बारे में जानकारी ली जा रही है. अगर इसमें भ्रष्टाचार हुआ है तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.