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कानपुर: 24 जुलाई को होगा भव्य 'गाथा महोत्सव 2022' का आयोजन, डिप्टी सीएम करेंगे उद्घाटन - gatha festival 2022

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में रविवार को 'गाथा महोत्सव 2022' का आयोजन किया जाएगा. यहां साहित्य, कला और संस्कृति का संगम देखने को मिलेगा. गौरतलब है कि महोत्सव का उद्घाटन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य करेंगे.

गाथा महोत्सव 2022.
गाथा महोत्सव 2022.

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Published : Jul 23, 2022, 9:34 AM IST

कानपुर:छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में रविवार को साहित्य, कला और संस्कृति का संगम देखने को मिलेगा. मौका होगा, 'गाथा महोत्सव 2022' के आयोजन का. विश्वविद्यालय के सभागार में होने वाले इस कार्यक्रम में साहित्य और बॉलीवुड की कई नामचीन शख्सियतें भी शिरकत कर रही हैं. विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एकेडमिक भवन में शुक्रवार को हुई प्रेस वार्ता में गाथा के को-फाउंडर अमित तिवारी ने उक्त जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि रविवार को होने वाले इस कार्यक्रम में आईआईटी कानपुर व सीएसजेएमयू के सहयोग से 'गाथा महोत्सव 2022' आयोजित किया जा रहा है. महोत्सव का उद्घाटन डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य करेंगे. वह बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके साथ ही आईआईटी के निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे.

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की प्रेरणा से विश्वविद्यालय में कला, संस्कृति एवं साहित्य के संयोजन में आधारित कार्यक्रम हो रहा है. इस महोत्सव में कवि सम्मेलन, ओपन माइक, दास्तान-ए-आम, किस्सा कलाम, पैनल चर्चा और एन आर्केस्ट्रा ऑफ स्टोरीज जैसे कई कार्यक्रम चरणबद्ध ढंग से आयोजित होंगे. इनमें कई नामचीन साहित्यकार, लेखक, कवि और बॉलीवुड कलाकार अपनी कहानियों, रचनाओं और कविताओं के माध्यम से प्रस्तुति देंगे.

कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने गाथा महोत्सव को समाज के लिए प्रेरणादायी बताते हुए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया. इस अवसर पर डॉ. योगेंद्र पांडे, डॉ. ओम शंकर गुप्ता, डॉ. दिवाकर अवस्थी, डॉ. रश्मि गौतम, डॉ जितेन्द्र डबराल आदि उपस्थित रहे.

आखिर क्या है गाथा ?
को-फाउंडर अमित तिवारी ने बताया कि गाथा एक ऐसा ऑनलाइन ऑडियो प्लेटफॉर्म है. इसके माध्यम से हम भारतीय साहित्य से जुड़ी कहानियों, कविताओं, किस्सों को सुन सकते हैं और पुराने कवियों और सहित्यकारों की रचनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि गाथा एप के माध्यम से तकनीक और साहित्य साथ मिलकर भारत की संस्कृति से जुड़ी बातों को ऑडियो के रुप में लाने का एक प्रयास है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को भारतीय कल्चर के बारे में बताया जा सके और इसे वैश्विक पटल पर लाया जा सके.

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