कानपुरः जिले के चकेरी थाना अंतर्गत अहिरवां चौकी में स्थानीय लोगों ने बुधवार को शव रख कर हंगामा किया. हंगामा कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि मारपीट के मामले में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है. पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि पुलिस के बार-बार दबिश देने से उसके भाई को सदमा लगा और उनकी अस्पताल में मौत हो गई. कुछ देर बाद पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
कानपुर के अहिरवां पुलिस चौकी के बाहर विरोध करते लोग. 24 अक्टूबर को दो पक्षों में हुई थी मारपीट
कानपुर के चकेरी थाना अंतर्गत अहिरवां में 24 अक्टूबर को दो पक्षो में मारपीट हुई थी. इसके बाद एक पक्ष के पप्पू कुशवाहा ने अहिरवां चौकी में दूसरे पक्ष के राजन उर्फ रावण और 9 अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत की थी. इस पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के अन्तर्गत 9 लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की थी. दूसरे पक्ष के घर पर स्थानीय पुलिस ने कई बार दबिश दी थी.
पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप
पीड़ित नरेश चंद के अनुसार पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई की गई है. पुलिस ने कई बार घर पर आकर गली-गलौज कर मामले में संबधित व्यक्ति को हाजिर करने का दबाव बनाया जा रहा था. इसके चलते उसके भाई आदित्य को सदमा लग गया और रिजेंसी अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा. यहां इलाज के दौरान उसके भाई की इलाज के दौरान मौत हो गई. उन्होंने कहा कि इसिलए परिवार जनों और बड़ी मात्रा में स्थानीय लोगों ने मृतक के शव को अहिरवां चौकी पर रख न्याय की गुहार लगाई हैं. पुलिस के अनुसार 24 अक्टूबर को दो पक्ष में झगड़ा हुआ था. पुलिस ने उचित कार्रवाई की थी.
मारपीट मामले की गई थी उचित कार्रवाई
ASP सत्यजीत ने बताया कि 24 अक्टूबर को पप्पू कुशवाहा ने चकेरी थाने में दूसरे पक्ष राजन उर्फ रावण सहित 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दी थी. इसमें कहा था कि आरोपी उसकी दुकान में आकर कट्टे और अन्य हथियारों के साथ गली गलौज करने लगे. उसने विरोध किया तो सभी लोगो ने मिलकर पप्पू कुशवाहा और उनके साथियों को पीट दिया. इस मामले में पुलिस ने राजन और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. आज राजन के परिजनों ने अहिरवां चौकी आ करके अपना विरोध दर्ज कर करायाा.