कानपुुर: योगी सरकार में अपराध करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने का जो फैसला है, वह कुछ देर के लिए कानपुुर के महाराजपुर स्थित पुलिस और प्रशासनिक अफसरों पर भारी पड़ सकता था. हालांकि, पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साहस के आगे अपराधियों ने घुटने टेक दिए. दरअसल, डीएम को सूचना मिली थी कि महाराजपुर में गंगा किनारे राजेंद्र पासवान जोकि खनन माफिया है, वह अपने सहयोगियों रमेश, सूरज व रवि के साथ मिलकर खनन करा रहा है.
डीएम ने एसडीएम नर्वल ऋषभ वर्मा को कार्रवाई के आदेश दिए. एसडीएम ने राजस्व निरीक्षण शिव किशोर तिवारी को महाराजपुर पुलिस टीम के साथ मौके पर भेजा. सभी पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने देखा कि उक्त आरोपी खुलेआम खनन करा रहे हैं. जब अफसरों व पुलिसकर्मियों ने खनन बंद करने के लिए कहा तो डंफर चालकों ने अफसरों पर डंफर चढ़ाने की कोशिश की. हालांकि, मुस्तैदी से खड़े पुलिसकर्मियों ने चालकों को डंफर से नीचे खींच लिया और गिरफ्तार कर थाने ले आए. जहां सभी के खिलाफ जान से मारने का प्रयास, सरकारी काम में बाधा, खनन करने समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.
सभी का खंगाल रहे आपराधिक इतिहास:इस पूरे मामले में एसीपी चकेरी अमरनाथ ने बताया कि जिन आरोपियों ने अफसरों पर डंफर चढ़ाने का प्रयास किया है, वो वीडियो पुलिस को मिल गया है. उसकी जांच कराई जा रही है. साथ ही सभी आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. सभी को सख्त सजा होगी. वहीं, पुलिस ने आरोपियों से बरामद एक जेसीबी, एक डंफर व एक स्कॉर्पियो गाड़ी को सीज कर दिया है. महाराजपुर व आसपास क्षेत्र में यह चर्चा जोरों पर है कि जिस राजेंद्र पासवान को पुलिस ने अरेस्ट किया वह सपा का नेता भी है.