कानपुर: कहा जाता है कि अगर ईश्वर को सच्चे मन से याद करो तो निश्चित तौर पर भगवान मदद जरूर करते हैं. उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार को कुछ ऐसा ही हुआ. यहां शहर के विजय नगर चौरहा पर एक लोडर की टक्कर से बस में बैठे एक बुजुर्ग व्यक्ति के सीने में बस में लगी लोहे की राड आर-पार हो गई. हालांकि चिकित्सकों की टीम ने ढाई घंटे की सर्जरी के बाद युवक को बचा लिया. इस मामले की जानकारी होने पर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए.
ढाई घंटे के ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों ने बुजुर्ग को बचाया. बता दें कि जालौन निवासी 65 साल के अलख प्रकाश कानपुर नगर के विजय नगर चौराहा में एक बस में बैठे हुए थे. इसी दौरान एक तेज रफ्तार लोडर ने बस में टक्कर मार दी. टक्कर इतनी तेज थी कि बस में लगी लोहे की रॉड अलख प्रकाश के सीने को आर-पार कर गई. स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने अलख प्रकाश को एलएलआर अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर इलाज के लिए भर्ती कराया. यहां अस्पताल के चिकित्सकों ने उनका इलाज शुरू किया. चिकित्सकों ने बताया कि लोहे की रॉड दिल के बिल्कुल करीब से गुजरी है. ऐसे में खतरा बना हुआ था, लेकिन चिकित्सकों की टीम ने ढाई घंटे की सर्जरी के बाद उनकी जान बचा ली.
वैसे तो शहर में आए दिन ही हादसे होते रहते हैं और लोगों को चोटें भी लगती रहती हैं. जिनमें एलएलआर अस्पताल के डॉक्टर सभी लोगों का इलाज भी करते हैं. मगर, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.संजय काला ने बताया कि बुजुर्ग अलख प्रकाश का मामला अब तक के सभी मामलों से अलग था. अस्पताल के सभी डॉक्टर पहले एक पल के लिए डर गए थे, लेकिन सर्जन डॉ. प्रवेश शुक्ला, प्लास्टिक सर्जरी विशेषज्ञ डॉ.प्रेम शंकर, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अनवर, डॉ. अनुराग, डॉ. चेतना और डॉ. यामिनी की टीम ने सफल सर्जरी कर बुजुर्ग की जान बचा ली. उन्होंने चिकित्सकों की टीम को बधाई दी है. डॉक्टरों ने बुजुर्ग अलख प्रकाश से कहा कि रॉड काटने के दौरान उन्हें एनेस्थिसिया देना होगा तो बुजुर्ग ने खुद ही मना कर दिया. यह देख डॉक्टरों ने बुजुर्ग की हिम्मत की दाद दी.
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