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सोना-चांदी कारोबारी व बिल्डर के खिलाफ आयकर का सर्च ऑपरेशन पूरा, 650 करोड़ से अधिक का बोगस लेनदेन मिला - सोना व चांदी कारोबारी के यहां आईटी रेड

कानपुर में आयकर विभाग की टीमों के पांच दिनों तक लगातार कार्रवाई के बाद 26 करोड़ रुपये की ज्वैलरी व कैश को सीज किया गया. इसके अलावा 200 करोड़ रुपये की अघोषित आय भी पकड़ में आई.

कानपुर में आयकर विभाग की कार्रवाई.
कानपुर में आयकर विभाग की कार्रवाई.

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Published : Jun 27, 2023, 4:51 PM IST

Updated : Jun 27, 2023, 5:30 PM IST

कानपुर में आयकर विभाग की कार्रवाई.

कानपुर : शहर में लगातार पांच दिनों तक आयकर अफसरों की टीमों ने एक नामचीन सोना-चांदी कारोबारी व एक चर्चित बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की. मंगलवार को करीब 650 करोड़ रुपये का बोगस लेनदेन मिला. सोमवार की देर रात अफसरों ने सर्च ऑपरेशन को पूरा कर लिया. वहीं, 26 करोड़ रुपये की ज्वैलरी व कैश को सीज किया गया है. इसके अलावा 200 करोड़ रुपये की अघोषित आय भी सामने आई.

सभी कारोबारियों से होगी पूछताछ :कार्रवाई में अफसरों को एक ऐसी हार्ड डिस्क भी मिली है. इसमें अन्य कारोबारियों के भी नाम सामने आए हैं. अफसरों का कहना है, अब एक-एक करके सभी कारोबारियों से पूछताछ की जाएगी. अफसरों को 270 करोड़ रुपये का लेनदेन ऐसा मिला है, जिसमें फर्जी खरीद दिखाई जाएगी. आयकर अफसरों के मुताबिक जिन नामचीन सोना-चांदी कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई, उनमें राधा मोहन पुरुषोत्तम दास ज्वैलर्स के मालिक कैलाश अग्रवाल, राधा मोहन ज्वैलर्स लिमिटेड के मालिक अमरनाथ अग्रवाल व उनके बेटे अम्बरीश अग्रवाल, नया गंज स्थित मोनिका ज्वैलरी के मालिक सौरभ बाजपेई, सोना कारोबारी सुरेंद्र जाखोदिया व बिल्डर कारोबारी संजीव झुनझुनवाला समेत कई अन्य कारोबारी शामिल हैं. चर्चा यह भी है, कि अमरनाथ अग्रवाल के बेटे अंबरीश अग्रवाल का बुलियन कारोबार है. इसमें जमकर कर चोरी की गई है.

60 दिनों के लिए कमरों को किया गया सील: आयकर के एक वरिष्ठ अफसर (जांच) ने बताया, कि पांच दिनों तक जो कार्रवाई की गई है, उसमें कई शहरों में हमने कुछ कमरों को 60 दिनों के लिए सील कर दिया है. इन कमरों में कई अहम दस्तावेज रखे गए हैं. इसमें हमारे अफसर उक्त दिनों की अवधि में कभी भी जाकर जांच कर सकते हैं. यह विभाग का नियम होता है. इसके अलावा कारोबारियों से अब अलग-अलग बिंदुओं पर विस्तार से बात होगी.

पोर्टल पर पैन नंबर भरते ही सामने आ गया सारा रिकार्ड :आयकर कार्यालय से जुड़े एक अफसर ने बताया, कि अब विभाग पूरी तरह से हाईटेक हो चुका है. कर चोरी करने वालों की अब खैर नहीं होगी, भले ही वह कितने शातिर क्यों न हो. अफसर ने बताया, कि कानपुर में जो कार्रवाई की गई, उसमें आला अफसरों ने कुछ कारोबारियों के पैन नंबर को विभाग के पोर्टल पर अपलोड किया था. उसके बाद हर ट्रांजेक्शन की जानकारी सामने आ गई. संदेह होने पर छापा मारा गया और फिर साक्ष्य मिल गए. जिसके आधार पर अब विभाग नियमानुसार कार्रवाई करेगा.

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Last Updated : Jun 27, 2023, 5:30 PM IST

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