कानपुर:उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां महाराजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी कुसुम नाम की युवती की 10 जुलाई की रात हत्या उसके भतीजों ने की थी. रविवार को इस हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए मृतका के भतीजों समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर कानूनी कार्रवाई की है.
जानकारी के अनुसार महाराजपुर थाना क्षेत्र के महौली गांव निवासी रामचंद्र की पत्नी कुसुम 20 वर्षों से अपने मायके में रह रही थी. वह एक साल पहले अपने पति के पास रहने लगी थी. कुसुम अपने पति का हिस्सा अपने भतीजों आशु और बबलू से मांग रही थी. इस करोड़ों रुपये की प्रापर्टी को लेकर कुसुम का अपने भतीजों से विवाद चल रहा था. 10 जुलाई को कुसुम अपने ससुराल से लापता हो गई. इसके बाद कुसुम के भाई ने महाराजपुर थाने में अपनी बहने के लापता होने का मुकदमा दर्ज करा दिया. जांच में जुट पुलिस ने हाईवे की दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से दो युवको को बाइक की बोरी में कुछ रखकर ले जाते हुए देखा. इस आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की. पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
आरोपी बबलू और आशू ने पुलिस को बताया कि 10 जुलाई की रात दोनों ने अपनी चाची कुसुम की हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद बबलू ने अपने साले सौरभ को बुलाया था. सौरभ नोएडा से कैब लेकर वहां से आया था. 11 जुलाई को बबलू और उसके साले सौरभ ने कैब चालक दीपक से चावल से भरी 2 बोरियों को कैब में रखने के लिए कहा. चालक ने बोरी को खून से सना देख कैब लेकर फरार हो गया. उसने तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी. इसी दौरान वह दोनों पुलिस के पहुंचने से पहले शव को बाइक पर रखकर गंगा नहर में फेंक दिया. आरोपियों ने बताया कि उसके चाचा मंद बुद्धि हैं. इसके बाद भी उसकी चाची प्रापर्टी में हिस्सा मांग रही थी इसलिए दोनों ने मिलकर अपनी चाची की हत्या का प्लान बनाया. इसके बाद उनकी हत्या कर दी. पुलिस ने गोताखोरों की मदद से बोरी में भरे शव को गंगा नहर से बरामद कर लिया.