कानपुर: शहर के चिड़ियाघर में जंगली मुर्गों की बर्ड फ्लू से मौत के बाद अब मृत मिले कौवों में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज भोपाल से रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया है. इतना ही नहीं चिड़ियाघर के तालाब के पानी में भी फ्लू का संक्रमण पाया गया है. भोपाल के इंस्टीट्यूट से रिपोर्ट आने के बाद प्राणी उद्यान प्रशासन ने तालाबों में केमिकल का छिड़काव कराया है. इसके साथ ही अब चिड़ियाघर के सभी 935 पक्षियों के सैम्पल लेकर जांच कराई जाएगी.
कानपुर चिड़ियाघर में मृत कौवों में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि - कानपुर खबर
कानपुर के चिड़ियाघर में मृत मिले कौवों में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. भोपाल लैब से रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया है. इतना ही नहीं चिड़ियाघर के तालाब के पानी में भी फ्लू का संक्रमण पाया गया है.
मृत कौवों से हुआ तालाब का पानी संक्रमित
चिड़ियाघर में दो कौवों की बर्ड फ्लू से मौत के बाद सभी पक्षियों में बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. क्योंकि बर्ड फ्लू से मरने वाले कौवों ने तालाब के पानी से अपनी प्यास को बुझाया था. इसके बाद तालाब में केमिकल (क्रोसोलीन पीएच और जर्मीसाइड) का छिड़काव करने के साथ पक्षियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भोपाल लैब भेजा जाएगा.
बर्ड फ्लू की जांच रिपोर्ट पर भी सवाल
कानपुर के प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सक डॉक्टर आरके सिंह ने भोपाल की लैब से आई जांच रिपोर्ट पर ही सवालियां निशान लगा दिए है. उनका मानना है कि चिड़ियाघर से जो पानी और मिट्टी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, उन्हें मृत कौवों के सैंपल में मिला दिया गया है. इसकी वजह से जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. अगर सभी सैप्मलों की जांच अलग-अलग की जाती तो स्थिति ज्यादा स्पष्ट होती.