डिफेंस कॉरिडोर को लेकर IIT कानपुर में आयोजित की गई कॉन्क्लेव
इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य बुंदेलखंड डिफेंस कॉरिडोर को मजबूती देना है ताकि इंडिया रक्षा क्षेत्र में नई उपलब्धियां पा सके और रक्षा क्षेत्र स्वयं में मजबूत हो सके. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 200 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. डिफेंस कॉरिडोर को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी कानपुर और आईआईटी बीएचयू साझा रूप से सहयोग कर रहे हैं.
IIT कानपुर में आयोजित की गई कॉन्क्लेव
कानपुर: इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर को लेकर रविवार को एक कॉन्क्लेव आयोजित किया गया. भारत की कई इंडस्ट्री को इस कॉन्क्लेव में बुलाया था ताकि रक्षा क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी और नए प्रोडक्ट बनाए जा सकें और नए विस्तार हो सकें.
- इस कॉन्क्लेव में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के सीईओ अवनीश अवस्थी और डीआईएसबी के डायरेक्टर चंद्रिका कौशिक मौजूद थे.
- इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश बुंदेलखंड डिफेंस कॉरिडोर को मजबूती देना था ताकि इंडिया रक्षा क्षेत्र में नई उपलब्धियां पा सके और रक्षा क्षेत्र स्वयं में मजबूत हो सके.
- इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 200 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
- डिफेंस कॉरिडोर को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी कानपुर और आईआईटी बीएचयू साझा रूप से सहयोग कर रहे हैं.
- इसी क्रम में आईआईटी कानपुर में टेक्नोपार्क बनाकर यहां पर डिफेंस कॉरिडोर का हब बनाने को लेकर तैयारियां चल रही हैं.
- बुंदेलखंड डिफेंस कॉरिडोर मुख्य रूप से 6 जिलों में काम करेगा, जिनमें अलीगढ़, आगरा, झांसी, कानपुर, लखनऊ और चित्रकूट शामिल हैं.
- इसमें यह लोग रक्षा क्षेत्र में रॉ मैटेरियल की सप्लाई और मैन्युफैक्चरिंग करके डिफेंस कॉरिडोर को बढ़ावा देंगे.