कानपुर:शहर के नगर निगम में अफसरों पर लगातार आरोप लगता है कि उनके द्वारा टेंडर मनमाने ढंग से दिए जाते हैं. इसी तरह का एक मामला नवंबर माह में सामने आया था. उस समय नगर आयुक्त शिव शरणप्पा ने जांच करा दी थी. लेकिन अब वही मामला निकाय निदेशक नेहा शर्मा के पास पहुंच गया है. उन्होंने तीन दिन में इसकी रिपोर्ट मांगी है.
ईटीवी भारत से बातचीत में आरटीआइ एक्टिविस्ट व शिकायतकर्ता नीरज गुप्ता ने कहा कि, इस मामले में खूब गोलमाल है. उन्होंने कहा कि, केंद्र से करोड़ों रुपये की राशि वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए निकाय निदेशक कार्यालय से जारी होती है. नवंबर में नियमानुसार राशि जारी हुई. साथ ही यह पत्र भी जारी हुआ कि जो टेंडर होंगे उनमें यूएलबी टी-2 प्रक्रिया को अपनाया जाएगा. इस प्रक्रिया में जो 40 लाख रुपये से अधिक के टेंडर होंगे. उसमें फर्म की कैपेसिटी को देखा जाएगा. लेकि नगर निगम के अफसरों ने मनचाहे ढंग से टेंडर जारी कर दिए. नीरज गुप्ता ने कहा, कि उन्होंने नगर आयुक्त से दो बार इस मामले की शिकायत की है. जब मामले को दबाने की कोशिश की गई तो उन्होंने निकाय निदेशक को सभी दस्तावेजों के साथ शिकायत ई-मेल के माध्यम से भेज दी.