कानपुर: पनकी और कल्याणपुर में मानकों को ताक पर रख कर चल रहे अस्पतालों पर जिलाधिकारी और सीएमओ का बुधवार देर रात हंटर चला. सीएमओ ने पनकी में बने महावीर अस्पताल और कल्याणपुर के वेदांता अस्पताल का लाइसेंस न होने और अनिमितता पाए जाने पर उन्हें सीज कर दिया. साथ ही अस्पताल संचालकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया. इतना ही नहीं, सीएमओ ने पनकी के महावीर अस्पताल के संचालक को तत्काल गिरफ्तार करा दिया. वहीं वेदांता अस्पताल के संचालक मौके से फरार होने में कामयाब रहे.
जिलाधिकारी आलोक तिवारी के आदेश के बाद बुधवार देर रात सीएमओ डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बिना लाइसेंस के चल रहे अस्पताल संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें सीज कर दिया. सीएमओ सबसे पहले अचानक पनकी में बने महावीर अस्पताल पहुंच गए. वहां पर जब अस्पताल संचालक से लाइसेंस मांगा तो वह न तो लाइसेंस दिखा पाए और न अन्य कागजात दिखा पाए, जिसके बाद सीएमओ ने संचालक को कड़ी फटकार लगाते हुए अस्पताल को सीज कर दिया और पनकी थाने में संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए उन्हें तत्काल गिरफ्तार भी करा दिया.
सीएमओ इसके बाद सीधे कल्याणपुर के वेदांता अस्पताल पहुंच गए. वेदांता के रिसेप्शन में बैठी युवती सीएमओ को ही नहीं पहचान पाई और सीएमओ से ही पूछताछ करने लगी. युवती ने पहले पूछा-आप कौन हैं और क्या काम है. सीएमओ ने कहा-मैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर हूं. यह सुनने के बाद युवती के पैरों तले जमीन खिसक गई. वहीं अस्पताल संचालक ने जब सीएमओ को देखा तो उनके भी हाथ पैर फूल गए.