कानपुरः शहर में रविवार को जीका वायरस के छह और नए मरीज मिले हैं. इस तरह शहर में जीका वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब दस हो चुकी है. उधर, स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों के घरों के आसपास ट्रेसिंग शुरू करा दी है. उधर, सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह का कहना है कि जीका वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है बस कुछ चीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
उन्होंने कहा कि जीका वायरस के कुछ धनात्मक केस मिले हैं लेकिन इनसे परेशान होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि जीका वायरस हवा या पानी से नहीं फैलता है. यह तब फैलता है जब किसी संक्रमित को एडीज मच्छर काट ले और उसके बाद वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काट ले. उन्होंने कहा कि जीका वायरस से संक्रमित लोगों को फिलहाल कोई दिक्कत नहीं है. वे सभी डॉक्टरों की निगरानी में हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीमें सैंपल जुटा रहीं हैं. नगर निगम की टीम फागिंग और दवाओं का छिड़काव कर रही है ताकि जल्द से जल्द इस पर काबू पाया जा सके.
ये भी पढ़ेंः कानपुर में जीका वायरस के छह और मरीज मिले, अब तक कुल दस संक्रमित
सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह ने बचाव के लिए यह सलाह दी उन्होंने बताया कि शहर के तीन वार्डों के तीन किलोमीटर क्षेत्र में जीका वायरस से संक्रमित मरीज मिले हैं. इस वजह से वार्डवार टीमें गठित कर दी गईं हैं. उन्होंने कहा कि जाजमऊ में मिले जीका वायरस के संबंध में सोर्स रिडेक्शन, फागिंग, साफ-सफाई आदि की मॉनीटरिंग की जा रही है. उन्होंने बताया कि दस मलेरिया निरीक्षकों की तीन किलोमीटर के क्षेत्र में ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही 50 एलटी की टीमें लगाई गईं हैं. ये टीमें संक्रमित मरीजों के घरों के आसपास खून के सैंपल जुटा रही है. आशा बहुओं की 70 टीमें लगाई गईं हैं. ये टीमें लोगों को जागरूक भी कर रही हैं. सीएमओ ने अपील की है कि घर के गमलों, फ्रिज और छत पर पानी इकट्ठा न होने दें. लगातार साफ-सफाई रखें.
आपको बता दें कि कानपुर में रविवार को जीका वायरस के संक्रमित छह मरीज मिले. शनिवार को तीन मरीज चिह्नित किए गए थे. इसके पहले 24 अक्टूबर को जीका वायरस से संक्रमित शहर के पहले मरीज की पहचान हुई थी.