कानपुर: शहर में कुछ माह पहले जिला प्रशासन के अफसरों ने 80 से अधिक शत्रु संपत्तियों को चिन्हित कर लिया था. इन संपत्तियों के मामलों पर जिम्मेदारों को नोटिसें भेजी गई थीं. हालांकि, उसके बाद शहर में अचानक से परेड हिंसा हुई और इन संपत्तियों की फाइलें ठंडे बस्ते में पैक हो गईं. मगर, कुछ दिनों पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर हर शहर में शत्रु संपत्तियों को कब्जामुक्त कराने के लिए कह दिया.
सीएम के गुस्सा होते ही कानपुर की शत्रु संपत्तियों पर अफसरों की निगाहें टेढ़ी - free enemy properties of Kanpur
कानपुर की 80 से अधिक शत्रु संपत्तियों को सीएम ने कब्जामुक्त कराने के आदेश दिए. जिसके बाद सभी संपत्तियों की फाइलें अफसरोंं ने निकला कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
सीएम के नाराजगी भरे अंदाज को भांपते हुए शहर के प्रशासनिक अफसरों ने सभी शत्रु संपत्तियों की सभी फाइलों को बाहर निकाल लिया है. कहा ये जा रहा है, कि कई शत्रु संपत्तियों पर जल्द बुलडोजर चलाकर उन्हें प्रशासन कब्जामुक्त करा सकता है. इसमें सबसे चर्चित संपत्तियों में शामिल, बेकनगंज स्थित रामजानकारी मंदिर (Ramjankari Temple of Kanpur) का मामला है. प्रशासनिक अफसरों के मुताबिक इस शत्रु संपत्ति पर बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा ने (Mukhtar Baba owner of Baba Biryani) कब्जा कर रखा है और वहां बाबा बिरयानी के नाम से रेस्टोरेंट संचालित है.
अभी तक जिला प्रशासन ने इन संपत्तियों को शत्रु संपत्ति घोषित किया है:
- हुमायू एस नजर की पांच संपत्तियां
- पायनियर लेदर फिनिशर्स प्राइवेट लिमिटेड जाजमऊ
- 90/76 पायनियर टेनरीज जाजमऊ
- 88/75 जाजमऊ
- 92/140 हीरामन का पुरवा
- 602 सिविल लाइंस
- घाटमपुर के भदरस में नवाब पुत्र पीरा की दो संपत्तियां
- तज्जमल हुसैन की दो संपत्तियां
कानपुर की डीएम विशाखा ने बताया कि शहर में अभी तक 9 संपत्तियों को शत्रु संपत्ति घोषित किया जा चुका है. वहीं, कई ऐसी संपत्तियां हैं जिनकी जांच कराई जा रही है. इसकी रिपोर्ट शत्रु संपत्ति अभिरक्षक को भेजी गई है. वहां से दिशा-निर्देश मिलते ही उन्हें कब्जामुक्त कराएंगे.
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