कानपुर:जिले में बच्चों पर वैक्सीनेशन का ट्रायल शुरू हो गया है. इससे पहले भी कानपुर में वैक्सीनेशन का ट्रायल हो चुका है, जिसमें कानपुरवासियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. वहीं अब जब बच्चों के ऊपर वैक्सीन का ट्रायल शुरू हुआ है तो एक बार फिर कानपुर आगे आया है. वैक्सीन ट्रायल के चीफ इन्वेस्टिगेटर डॉ. बी एन त्रिपाठी ने कहा कि देश में पहली बार 2 साल से 6 तक के बच्चों पर कोवैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगा.
देश में होगा पहली बार ट्रायल
बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) हैदराबाद ने स्वदेशी कोवैक्सीन के ट्रायल की जिम्मेदारी देश के छह अस्पतालों को सौंपी है. सबसे पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में ट्रायल शुरू हुआ है. वहीं कानपुर समेत देश के पांच (एम्स दिल्ली, पटना एम्स, निजाम इंस्टीट्यूट हैदराबाद, बेलग्राम) स्थानों पर ट्रायल की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
12 से 18 साल के बच्चों को दी गई पहली डोज
कानपुर के आर्य नगर स्थित प्रखर हॉस्पिटल ने 50 बच्चों को वैक्सीन ट्रायल के लिए वॉलेंटियर बनाया है. प्रखर हॉस्पिटल के चीफ गाइड डॉक्टर जेएस कुशवाहा ने बताया कि वैक्सीन लगाने से पहले बच्चों के अभिभावकों से अनुमति ली गई. फिर उनके स्वास्थ्य की जांच कर स्वस्थ बच्चों की एंटीबॉडी जांच, रक्त का सैंपल, RT-PCR जांच के लिए थ्रोट और नेजल स्वाब को आईसीएमआर की लैब में भेजा गया. उन्होंने बताया कि पहले दिन 12 बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई. दूसरे दिन 15 और बच्चों को पहली डोज दी गई. जबकि वैक्सीन की दूसरी डोज 28 दिन बाद इन वॉलेंटियर्स को दी जाएगी.