उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

ये है यूपी की पहली पेपरलेस यूनिवर्सिटी, अब नहीं लगेगा कागज और फाइलों का अंबार - uttar pradesh first paperless university

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (Chhatrapati Shahuji Maharaj University) के नाम एक और कीर्तिमान जुड़ गया है. इस कीर्तिमान के हासिल होने के बाद यह यूपी की पहली पेपरलेस यूनिवर्सिटी (paperless university) बन गई है.

etv bharat
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय

By

Published : Dec 7, 2022, 7:24 AM IST

कानपुर: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय(Chhatrapati Shahuji Maharaj University) में ई-ऑफिस (e-office) की शुरूवात की गई है. इस ई- ऑफिस की शुरुआत के बाद से विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला पेपरलेस यूनिवर्सिटी बन गया है. शासन द्वारा ई-ऑफिस की सुविधा को सभी विश्वविद्यालय में संचालित करने की इच्छा व्यक्त की गई थी. इसके चलते कानपुर यूनिवर्सिटी प्रदेश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी है, जिसमें इस ऑफिस की शुरुआत की गई है.

प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी

बता दें कि कानपुर विश्वविद्यालय व विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी कॉलेजों में फाइलों को लेकर दिक्कत का सामना करना पड़ता था. कई बार तो एक विभाग से दूसरे विभाग में फाइल जाने से कुछ पेपर गायब हो जाते थे, जिसके चलते उनको ढूंढने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. इन्हीं दिक्कतों को देखते हुए काफी लंबे समय से विश्वविद्यालय में की ऑफिस की शुरुआत को लेकर तैयारियां चल रही थी और अब वही किसी ऑफिस की शुरुआत होने के बाद इन फाइलों का डाटा कंप्यूटर में तैयार किया जा रहा है.

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि ई-ऑफिस की सुविधा शुरू होने से सबसे ज्यादा कागजी कार्यवाही से निजात मिलेगी. इतना ही नहीं इसकी मदद से अब फाइलों को एक विभाग से दूसरे विभाग तक पहुंचाने के लिए अन्य समीकरणों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा. साथ ही इन फाइलों को अब ट्रैक करना भी आसान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि कई बार फाइलों का रख रखाव ठीक से ना होने के कारण कई बार पेपर इधर से उधर हो जाते थे, जिसके चलते कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. वहीं, अब ई-ऑफिस की शुरुआत होने के बाद से सभी फाइलों का डाटा सुरक्षित रहेगा.

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान बताया कि ई-ऑफिस की सुविधा शुरु होने से सबसे ज्यादा कागजी कार्यवाही से निजात मिलेगी. वहीं, इसकी शुरुआत से कागज की खपत भी कम होगी और काम भी जल्द से जल्द हो सकेगा. उन्होंने कहा कि इस ई-ऑफिस की शुरुआत के बाद से छात्र-छात्रों को भी काफी फायदा होगा. वह अपनी शिकायत को ऑनलाइन ट्रैक भी कर पाएंगे, जिससे उन्हें विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

पढ़ेंः छोड़िये गूगल करना, अब स्वदेश सर्च पर मिलेगी हर जानकारी

ABOUT THE AUTHOR

...view details