कानपुर: कानपुर नगर निगम में बुधवार को बजट सत्र की शुरुआत हुई. सत्र की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई. सत्र की शुरुआत में ही पार्षदों ने बिना चर्चा के बजट पास होने को लेकर जमकर हंगामा काटा, जिसके बाद महापौर चर्चा के लिए तैयार हो गई. पार्षदों ने उनको 1 करोड़ रुपये की निधि देने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें निधि दी जाए, ताकि काम हो सकें. इसी के साथ गंदगी और गंदे पानी और पानी की किल्लत की समस्या का मुद्दा भी सदन में उठाया गया. इस दौरान सदन में हंगामे के साथ ही पार्षदों में भी काफी बहस हुई. उस दौरान सदन में महापौर प्रमिला पांडेय, आयुक्त अक्षय त्रिपाठी समेत कई निगम के अधिकारी मौजूद रहे.
हर पार्षद को मिले विकास के लिए 1 करोड़ रुपये की विकास निधि
पार्षद कमल शुक्ल बेबी ने सभी पार्षद और उनके वार्ड में विकास के लिए 1 करोड़ की निधि देने की मांग की. इसी के साथ उन्होंने कहा कि लगातार पार्षद विकास के लिए और अपने वार्ड में काम के लिए कहते हैं, लेकिन विकास कार्य नहीं हो रहे हैं. इसलिए निगम को हर पार्षद को एक करोड़ की विकास निधि दें. वहीं इसको लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया और जल्द से जल्द यह निधि पास करने की मांग की. हंगामे के बाद महापौर प्रमिला पांडेय ने यह प्रस्ताव पारित किया कि अब हर पार्षद अपने वार्ड में 1 करोड़ रुपये का विकास करा सकेंगे.
पार्षदों ने विकास की राशि मिलने पर उठाई शंका
प्रस्ताव पारित होने के बाद कई पार्षद ने धनराशि मिलने को लेकर संशय जताया. पार्षदों का कहना है कि पिछले सत्र में भी पार्षदों को 40 लाख रुपए विकास के मद में मिलने का प्रस्ताव पारित किया गया था, लेकिन अभी तक वो काम अधर में फसा हैं. इसी तरह कहीं यह प्रस्ताव भी अधर में न अटक जाएं.