कानपुर:जुलाई के अंतिम सप्ताह में नई शिक्षा नीति के तीन वर्ष पूरे हो जाएंगे. उस दिन (29 जुलाई) को दिल्ली में पीएम मोदी भारतीय भाषाओं में तैयार उच्च, तकनीकी शिक्षा व प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकों का विमोचन करेंगे. इस दौरान लगभग 100 पुस्तकों का विमोचन होगा. जिससे आने वाले समय में देश के छात्र भारतीय भाषाओं यानी हिंदी और अन्य राज्य भाषाओं में सभी किताबों को पढ़ सकेंगे, भले ही वह विज्ञान और वाणिज्य विषय हो. यह जानकारी भारतीय भाषा समिति नई दिल्ली के अध्यक्ष पद्मश्री डा.छामू कृष्ण शास्त्री ने शनिवार को दी. वह कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में आयोजित दो दिवसीय शिक्षा मंथन कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.
उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) को लागू करने के दौरान कुछ राज्यों ने हिंदी को लेकर विरोध जरूर किया था. लेकिन अब सभी राज्यों में भारतीय भाषाओं में पाठ्य पुस्तकों, संदर्भ ग्रंथों को तैयार करने का काम शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मातृभाषा माध्यम में हो, इसका कोई विरोध नहीं कर रहा है. जब उनसे पूछा गया कि एक देश एक बोर्ड करने की भी कोई कवायद चल रही है क्या, तो कहा कि इसकी उन्हें जानकारी नहीं है. उन्होंने यह जरूर कहा कि हर राज्य अपनी भाषा को प्रमोट जरूर करता है.