कानपुर:नगर निकाय चुनाव (up nagar nikay chunav) की रणभेरी लगभग बज चुकी है. आरक्षण की तस्वीर साफ होने का इंतजार करने के साथ ही सूबे के हर गली-मोहल्ले में यह चर्चा जोरों पर कि आखिर किस वार्ड में किसकी सीट पक्की होगी. वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने इस चुनाव को विधानसभा और लोकसभा चुनाव की तर्ज पर लड़ने का फैसला कई दिनों पहले ही कर लिया है, ऐसे में संगठन किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता है.
इसी के चलते कानपुर में आर्यनगर और सीसामऊ विधानसभा सीटों पर तो प्रदेश संगठन की निगाह है. मुस्लिम बाहुल्य मतदाताओं वाली इस सीट पर भाजपा को 2022 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, निकाय चुनाव में जीत मिल सके. इसके लिए अब पार्टी पदाधिकारी इन विधानसभा सीटों के सभी वार्डों में अल्पसंख्यक चेहरों पर दांव लगाने की योजना बना रहे हैं.