अखिलेश यादव का विरोध करते भाजपा नेता कानपुर: जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मिलने पहुंचे. जेल से बाहर आने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इरफान पर लागाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. पुलिस जिसे चाहे उसे फंसा दे. अगर विधायक जमीन पर कब्जा करना होता तो सपा सरकार में ही वो ऐसा करते और फिर उन पर कार्रवाई होती. सपा का एक-एक कार्यकर्ता विधायक इरफान के साथ है. हम सरकार से मांग करते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द रिहा करे. उन्होंने कहा कि इस सरकार में तानाशाही जारी है. जिसका वह विरोध करते रहेंगे.
इधर गए अखिलेश, उधर इरफान पर फिर दर्ज हुआ केस
वहीं, शहर में पूर्व सीएम अखिलेश यादव का आना बेहद चर्चा में रहा. पूरे दिन के घटनाक्रम में दोपहर करीब सवा तीन बजे पूर्व सीएम अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे थे और सीधे जेल में जाकर सपा विधायक इरफान सोलंकी से मिले. इसके बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने वार्ता कर योगी सरकार की पुलिस संबंधी कार्यशैली पर तमाम सवाल उठाए थे. करीब पौने छह बजे पूर्व सीएम कानपुर से जैसे ही वापस गए, वैसे ही कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने सपा विधायक इरफान सोलंकी पर एक और मुकदमा दर्ज कर दिया.
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक रिजवान की पहचान की तस्दीक सपा विधायक इरफान सोलंकी ने की थी. रिजवान से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आ गई. सपा विधायक इरफान के लेटरहेड की मदद से रिजवान ने अपने आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज तैयार कराए. इसके बाद कई देशों की यात्राएं कीं. सपा विधायक इरफान सोलंकी पर लगातार पुलिस कमिश्नरेट की ओर से शिकंजा कसता जा रहा है. एक ओर जहां सपा कार्यकर्ता यह कह रहे थे कि पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उन्हें हिम्मत बंधाई है. वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं ने चुटकी भरे अंदाज में कहा- इधर गए अखिलेश, उधर इरफान पर फिर दर्ज हुआ केस.
अखिलेश ने कहा- सपा विधायक पर दर्ज मुकदमे फर्जी
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व सीएम ने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव, अग्निवीर भर्ती, महंगाई, बेरोजगारी, प्रयागराज में छात्रों पर लाठीचार्ज समेत कई अन्य मामलों को लेकर मौजूदा सरकार को कठघरे में खड़ा किया. अखिलेश यादव ने गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर कहा, कि गूगल इमेजेज करके देख लीजिए, उस दिन गाड़ी पलटी नहीं थी, पलटाई गई थी. उन्होंने कहा कि जब कोई बड़ी घटना होती तो सरकार चाहती है कि कोई राजनीतिक दल उस पर चर्चा न करे. क्योंकि, सरकार केवल ध्यान भटकाने का काम करती है. साजिश के तहत सपा विधायक को फंसाया गया है. सरकार जिसे चाहे, उसे फंसा सकती है.
अग्निवीर भर्ती में 1.26 लाख युवाओं ने भरे थे फार्म, 200 को मिली नौकरी: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जुबानी हमला करते हुए कहा, कि सरकार युवाओं के लिए अग्निवीर भर्ती योजना लाई है. फर्रुखाबाद का उदाहरण देते हुए बताना चाहूंगा, कि वहां 1.26 लाख युवाओं ने फॉर्म भरे थे और महज 200 को ही नौकरी मिली. सरकार न तो महंगाई के मुद्दे पर वार्ता करने को तैयार है न बेरोजगारी पर. सदन भी चलता है तो केवल कुछ घंटों के लिए.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर टिप्पणी करते हुए कहा, कि वे तो चाहते हैं कि समाजवादियों को परेशान करो. उन्हें जेल भेज दो. मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में भी पूरी साजिश रची गई थी, लेकिन जनता ने हमारा साथ दिया. प्रयागराज में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर कहा, कि सरकार आपकी आवाज को दबाना चाहती है. उसके लिए सरकार के जिम्मेदार कुछ भी कर सकते हैं.
भाजपा नेता ने फूंका अखिलेश यादव का पुतला
उधर, सपा मुखिया अखिलेश यादव के आने से पहले ही शहर का सियासी पारा सर्दी के बीच खिली धूप की तरह चढ़ गया था. भाजपा नेता शिवांग मिश्रा (BJP leader Shivang Mishra) ने अखिलेश यादव का प्रतीकात्मक पुतला फूंका. हालांकि इससे पहले पुलिस ने शिवांग और उनके समर्थकों को घर पर नजरबंद कर दिया था. पूरे घर के आसपास पीएसी के जवान तैनात कर दिए गए थे. शिवांग ने कहा था कि वह नवाबगंज स्थित अपने घर के बाहर ही अखिलेश यादव का पुतला फूकेंगे. वहीं, दूसरी ओर सपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने अखिलेश यादव को अपना चेहरा दिखाने के लिए पूरे शहर में जगह-जगह होर्डिंग लगा दी.
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