कानपुर: भारतीय जनता पार्टी की एक महिला नेता ने पति पर बिना तलाक दिए दूसरी शादी करने का आरोप लगाया है. महिला नेता भाजपा अल्पसंख्यक आयोग की पूर्व सदस्य रही हैं. उन्होंने पुलिस आयुक्त के पास शिकायत की है. शिकायती पत्र में भाजपा महिला नेता ने पति की बहन समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक से खुद की जान को खतरा भी बताया है. इस मामले को लेकर भाजपा व सपा पदाधिकारियों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. क्योंकि, शिकायतकर्ता जहां भाजपा से जुड़ी रही हैं, वहीं पूर्व विधायक बसपा व सपा से जुड़ी रही हैं.
भाजपा अल्पसंख्यक आयोग की पूर्व सदस्य रहीं सोफिया अहमद ने मंगलवार को एक वीडियो ट्वीट करके बताया है कि उन्हें अपने पति शारिक व उनकी बहन पूर्व विधायक गजाला लारी से खतरा है. सोफिया का आरोप है कि उन्हें तलाक दिए बिना ही शारिक दूसरा निकाह करने जा रहे है. इस मामले में सोफिया का दावा है, कि मुस्लिम कानून से जुड़े सभी दस्तावेज उनके पास हैं और उनके आधार पर शारिक निकाह नहीं कर सकते.
शारिक का दावा है कि उन्होंने सोफिया को तलाक दे दिया था. साल 2016 से शारिक व सोफिया के बीच विवाद की स्थिति बन गई थी. उसके बाद से लगातार सोफिया व शारिक एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते आ रहे हैं. एफआइआर भी दर्ज हो चुकी हैं और मामला अल्पसंख्यक आयोग की चौखट तक जा चुका है. अब सोफिया ने पुलिस आयुक्त से जांच की मांग की है. वहीं, सोफिया के शिकायती पत्र पर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने जांच डीसीपी स्तर के अफसर को सौंप दी है. हालांकि, उनका यह भी कहना है कि इस तरह के मामलों का निस्तारण न्यायालय से ही संभव है.
सपा की पूर्व विधायक गजाला लारी का कहना है कि हमने बहुत कोशिश की कि शारिक व सोफिया साथ रहें. लेकिन, जब बात नहीं बनी तो शारिक ने सोफिया को तलाक दे दिया. सोफिया के जो आरोप हैं, वह पूरी तरह से निराधार हैं. मेरे भाई का दूसरा निकाह जरूरी है. क्योंकि, परिवार को उसकी जरूरत है.
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