कानपुर : कानपुर देहात के तीन पत्रकारों के विरुद्ध जिला प्रशासन द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के विरोध में प्रेस क्लब बिल्हौर के पदाधिकारी एकजुट हो गए. पत्रकारों ने उपजिलाधिकारी बिल्हौर के जरिए एक ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजकर डीएम और बीएसए के खिलाफ कार्रवाई और पत्रकारों पर दर्ज मुकदमा को निरस्त किए जाने की मांग की.
बिल्हौर प्रेस क्लब अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा - पत्रकारों पर केस दर्ज
कानपुर देहात के तीन पत्रकारों के विरुद्ध जिला प्रशासन द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के विरोध में प्रेस क्लब बिल्हौर के पदाधिकारी एकजुट हो गए हैं. पत्रकारों ने उपजिलाधिकारी बिल्हौर के जरिए एक ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजकर डीएम और बीएसए के खिलाफ कार्रवाई और पत्रकारों पर दर्ज मुकदमा को निरस्त किए जाने की मांग की.
दरअसल, उपजिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि यूपी दिवस के मौके पर कोविड-19 की गाइड लाइन का उल्लंघन करते, स्कूली बच्चों को हाफ पैंट शर्ट में बुलाया गया था. शूट बुट में सजे अफसरों को ठंड में ठिठुरते बच्चों का दर्द नहीं दिखा. वहीं एक समाचार चैनल ने इसकी खबर चला दी, जिससे नाराज डीएम ने बीएसए के जरिए तीन पत्रकारों के खिलाफ मनमाने ढ़ंग से एफआईआर दर्ज करवा दी. पत्रकारों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अफसर डंडे के बल पर चौथे खंभे की आजादी को खत्म करना चाहते हैं. यदि सरकार के इशारे पर चलने वाले प्रशासन के अधिकारियों का दमनकारी रवैया जारी रहा तो लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा. उनका कहना था कि सभी पत्रकार प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा करते हैं. इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रेस क्लब अध्यक्ष मेराज अहमद, संयुक्त मंत्री मोहम्मद रफीक, रिजवान कुरैशी, हरिनाथ सिंह, विवेक कुशवाहा आदि लोग मौजूद रहे.