कानपुर: शहर में आईआईटी की जो पहचान है. वह यहां के नवीन व आधुनिक शोध को लेकर है जो पूरी तरह से जन व समाज उपयोगी भी सिद्ध होते हैं. इसी दिशा में कवायद करते हुए अब आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने कृत्रिम मांसपेशी-पेनेट मसल को तैयार कर दिया है. जिसका उपयोग सर्जिकल रोबोट बनाने में, आर्टिफिशियल हाथों को बनाने में, गगनयान में भेजे जाने वाले रोबोट तैयार करने में किया जा सकेगा. टाइटेनियम व निकिल की मदद से तैयार इस कृत्रिम मांसपेशी की खूबी यह है कि इसका उपयोग करने पर जहां 40 से 50 फीसद तक बिजली बचेगी. वहीं, इसमें अन्य रोबोट की अपेक्षा केवल 20 फीसद पार्ट्स का उपयोग किया गया है.
महज 80 लाख की लागत में बन जाएगा सर्जिकल रोबोट
इस शोध को लेकर आईआईटी कानपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर (रोबोटिक्स) व सेंटर फार टेलीमेडिसिन एंड रोबोटिक्स के हेड प्रो. बिशाख भट्टाचार्य ने बताया कि अपोलो समेत अन्य नामचीन अस्पतालों में जिन सर्जिकल रोबोट का उपयोग किया जाता है. उनकी कीमत करीब ढाई करोड़ रुपये हैं, हालांकि, अगर पैनट मसल का उपयोग कर रोबोट बनाया जाए तो यह केवल 80 लाख रुपये की कीमत में बन सकेगा. वहीं, आमतौर में जो सर्जिकल रोबोट होते हैं. उनके वजन की अपेक्षा बेहद हल्का होगा. जो सर्जिकल रोबोट में मोटर लगती है. उस मोटर की लागत भी एक तिहाई ही रह जाएगी. बशर्ते, उसमें पैनट मसल का उपयोग किया जाए.