कानपुर: लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है. जिले के कर्नलगंज थाना में स्मृति ईरानी और उनके विभागीय अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है. कपड़ा मंत्रालय के अधीन आने वाली लाल इमली मिल के मजदूरों को 19 माह से वेतन नहीं मिला है. इस वजह से अब तक कई मजदूर आत्महत्या कर चूके हैं.
स्मृति ईरानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को दी गई तहरीर
यूपी के कानपुर जिले में केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी और उनके विभागीय अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है. तहरीर में कहा गया है कि महानगर में स्थित लाल इमली मिल के मजदूरों को बीते 19 महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिससे कई मजदूरों की जान चली गई. दो दिन पहले भी एक मजदूर की आर्थिक तंगी के कारण मौत हो गई. उसके परिजनों और कांग्रेस नेताओं ने मिलकर थाने में तहरीर दी है.
कपड़ा मंत्रालय के अधीन आने वाली कानपुर की लाल इमली मिल में पिछले 19 माह से वेतन न मिलने से कई मजदूरों की मौत हो चुकी है. अभी दो दिन पहले ही नाथू राम नाम के मजदूर की आर्थिक तंगी के चलते मौत हो गई. इसके बाद शनिवार को मृतक के परिजनों और कांग्रेस के मजदूर संगठन इंटक के नेताओं ने कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, कपड़ा मंत्रालय के सचिव और वीआईपी चेयरमैन व लाल इमली के प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के लिए तहरीर दी है. तहरीर हत्या का मामला दर्ज कराए जाने के लिए दी गई है. इस पर थानेदार ने मामले की जांच कर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है.
कांग्रेस नेता आशीष पांडे ने बताया कि पिछले पांच सालों में अब तक 40 मजदूर आत्महत्या कर चूके हैं. वहीं लाल इमली मिल के अधिकारी यात्रा के नाम पर 40 लाख रुपये का भत्ता ले चूके हैं. 19 महीने से वेतन न मिलने से मिल के मजदूर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. जब स्मृती ईरानी विपक्ष में थीं तो महगांई के खिलाफ और मजदूरों के हक लिए धरने दिया करती थीं. आज जब उनके अपने विभाग में मजदूरों के हक का हनन हो रहा है, तो वह चुप क्यों हैं.