कानपुर: शहर के नौबस्ता थाने में मंगलवार को एक बुजुर्ग पिता ने अपने ही बेटे-बहू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. आरोप है कि बेटे-बहू ने उन्हें घर से निकाल कर मकान पर कब्जा कर लिया. हालांकि, कोर्ट ने पहले ही पीड़ित पिता के पक्ष में फैसला देकर बेटों को मकान खाली करने का आदेश दिया था. इसके बावजूद करीब एक वर्ष से मकान नहीं खाली किया गया. आरोप है कि मकान खाली करने का दबाव बनाने पर छोटा बेटा उन्हें जान से मारने की धमकी देता है. लिहाजा, अपनों से आजिज आकर बुजुर्ग थाने के चक्कर लगाने को मजबूर है.
पीड़ित बंशीधर गुप्ता नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित योगेंद्र विहार में रहते हैं. उनके साथ उनका छोटा बेटा पवन गुप्ता बहू प्रभुता देवी भी रहती थी. छोटा बेटा घर के किसी भी काम में सहयोग नहीं करता था. वो आए-दिन पिता वंशीधर से किसी न किसी बात पर झगड़ता रहता था. इसी बीच बहू प्रभुता और बेटे ने बंशीधर को मकान से निकाल दिया, जिसके बाद पिता ने अपने बेटे के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी. उसके बाद मामला कोर्ट में चला गया. मामले में जल्द ही कोर्ट का फैसला पिता पक्ष में आया, लेकिन बेटा और बहू मकान खाली करने को राजी नहीं हैं. घर खाली करने की बात पर दोनों पति-पत्नी पिता को जान से मारने के लिए धमकाते हैं. जान जाने के भय से पीड़ित बुजुर्ग मकान के बाहर एक छोटे से कमरे में अपना गुजारा करने को मजबूर है. मंगलवार को पिता डीसीपी दक्षिण रवीना त्यागी से न्याय की गुहार लगाने पहुंचा, लेकिन एक मीटिंग का वास्ता देकर डीसीपी से मुलाकात नहीं कराई गई.