कानपुर: शहर में पटाखा कारोबारियों को यह उम्मीद थी कि कानपुरवासी पिछले साल की अपेक्षा में इस बार जमकर पटाखे जलाएंगे. हालांकि, कानपुर के लोगों ने वायु प्रदूषण का भी ध्यान रखा और पिछले साल की तुलना में कम पटाखे जलाएं. लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों ने वायु गुणता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स) के जो आंकड़े तैयार कराएं उससे यह रिपोर्ट सामने आई है.
192 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब रहा आंकड़ा:बता दें कि विभागीय मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब है. दीपावली के दिन यानी सोमवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 192 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब दर्ज किया गया. जो कि मानक से तीन गुना अधिक थी. जबकि साल 2021 में यह आंकड़ा 400 के पार था. मानकों की बात करें तो शहर के स्वरूप नगर में पीएम 2.5 की मात्रा 285 माइक्रोग्राम प्रति मीटर क्यूब रही.
इसी तरह प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा ने बताया कि सबसे अधिक पटाखे रात में नौ बजे से 11 बजे तक जलाए गए. इसी बीच तेज हवा चली साथ ही साथ गाड़ियों की कम आवाजाही और कंस्ट्रक्शन वर्क न के बराबर होने से एयर क्वालिटी इंडेक्स की मात्रा भी नहीं बढ़ी. इस दौरान अक्टूबर में लगातार पांच दिनों तक बारिश ने भी एयर क्वालिटी के बैलेंस करने में मददगार साबित हुई.