कानपुर: जिले में शनिवार को कानपुर पुलिस की लापरवाही एक बार फिर से देखने को मिली. यहां सामूहिक दुष्कर्म का आरोपी घाटमपुर विधानसभा सीट के लिए कलेक्ट्रेट में नामांकन दाखिल कर और पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. पूरी घटना में सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह रही कि पुलिस उसकी तलाश के लिए कलेक्ट्रेट के बाहर मुस्तैद थी, लेकिन पुलिसकर्मियों की लापरवाही ऐसी कि आरोपी नामांकन दाखिल कराके फरार हो गया.
आरोपी राजेन्द्र धमाका करता है वकालत
सामूहिक दुष्कर्म का आरोपी राजेन्द्र धमाका घाटमपुर कोतवाली के गिरसी गांव का रहने वाला है. वह घाटमपुर कचहरी में वकालत करता है. बीते दिनों घाटमपुर कोतवाली की एक युवती ने राजेन्द्र धमाका के ऊपर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया था. इस पर घाटमपुर पुलिस ने राजेन्द्र धमाका के ऊपर मुकदमा लिखकर उसकी तलाश भी शुरू कर दी थी. इसके चलते पुलिस ने उसके गांव में भी दबिश दी थी, लेकिन आरोपी के फरार होने के कारण वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहा. घाटमपुर उपचुनाव की घोषणा के दौरान राष्ट्रीय जन उत्थान पार्टी ने राजेन्द्र धमाका को प्रत्याशी घोषित किया है.
इस जानकारी के बाद से पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए अपनी कमर कस ली थी, लेकिन आरोपी राजेन्द्र धमाका पुलिस की नाक तले कलेक्ट्रेट में नामांकन करा के फरार हो गया. इससे कहीं न कहीं पुलिस की मुस्तैदी पर फिर से सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. राजेन्द्र धमाका ने अपने एक साथी के द्वारा नामांकन पत्र मंगवाया था. इसके बाद नाम वापसी से ठीक एक दिन पहले वह पुलिस की नजरों से बचकर कलेक्ट्रेट पहुंच गया. उसने प्रस्तावकों के साथ कलेक्ट्रेट में एसीएम-2 के न्यायलय में रिटर्निंग अफसर के सामने पेश होकर नामांकन पत्र दाखिल किया.
रिटर्निंग अफसर एके श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने राजेन्द्र धमाका का चेहरा खुलवाकर पहचान की थी, लेकिन नामांकन कराने के दौरान वह मौके से फरार हो गया. पुलिस के अनुसार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कलेक्ट्रेट में पुलिस बल तैनात किया गया था. वकीलों के बीच होने के चलते उसे पहचाना नहीं जा सका. हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जाएगी.