कानपुर: वीआईपी ट्रेनों में शराब उपलब्ध कराए जाने का मामला सामने आया है. दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस (darbhanga clone express) में शराब की 150 बोतले बरामद हुईं हैं. जीआरपी (GRP) ने इन बोतलों के साथ तीन कोच अटेंडेंट को गिरफ्तार किया है. ये कोच अटेंडेंट यात्रियों को ट्रेन में मुंहमांगी कीमत पर शराब उपलब्ध कराते थे.
मुहंमागी कीमत पर चलती ट्रेन में यात्रियों को शराब सप्लाई करते थे कोच अटेंडेंट, 150 बोतलें बरामद
चलती ट्रेन में यात्रियों को मुहंमागी कीमत पर कोच अटेंडेंट द्वारा शराब बेचने का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में तीन कोच अंटेडेंट को गिरफ्तार कर 150 बोतलें बरामद कर ली हैं.
जीआरपी को वीआईपी ट्रेनों में यात्रियों को शराब परोसे जाने की सूचना लगातार मिल रही थी. इसके चलते कल देर शाम जीआरपी और आरपीएफ की सयुंक्त टीम ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस में शराब बेचते हुए एसी कोच में तीन लोगों को गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक दरअसल, सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचते ही एसी कोच की घेराबंदी कर तलाशी शुरू कर दी. एसी कोच से 150 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद हुई. शराब के साथ तीन कोच अटेंडेंट को भी गिरफ्तार किया गया. जीआरपी को पूछताछ में पता चला कि ये लोग डिमांड पर लोगों को एसी कोच में शराब बेचते थे. इसके एवज में ये मुंहमांगी कीमत लेते थे. इन तीनों से जीआरपी पूछताछ कर रही है. साथ ही पैंट्रीकार मैनेजर की भूमिका की भी जांच की जा रही है.
जीआरपी थाना प्रभारी के मुताबिक लंबी दूरी की ट्रेनों में काफी दिनों से शराब की आपूर्ति की जा रही थी. जूस और मट्ठे के कैरेट में भरकर शराब ट्रेनों तक पहुंचाई जाती है. रोज हजारों बोतल शराब की खपत अलग-अलग ट्रेनों में हो रही है. इसमें पैंट्री कार मैनेजर की संलिप्तता पाई जा रही है.
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