जानकारी देते हुए कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ विनय कृष्णा कानपुर: ठंड की वजह से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. रविवार को शहर में हार्ट अटैक (Heart Attack case in kanpur) से 16 रोगियों की मौत हो गई. जबकि कई गंभीर हालत में भर्ती हुए हैं. इसके अलावा ब्रेन स्ट्रोक के 3 रोगियों की मौत हुई है. 12 रोगी अस्पताल में भर्ती किए गए है. कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ विनय कृष्णा का कहना है कि ब्लड प्रेशर बढ़ने से इस तरह के रोगी बढे हैं.
कानपुर में मौतों का आंकड़ा कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ विनय कृष्णा ने बताया कि सरकार द्वारा सर्दी से बचाव के लिए कार्डियोलॉजी को पर्याप्त बजट दिया गया है. यहां पर सभी दवाइयां इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. किसी को बाहर से कुछ खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी. लोगों को इलाज देने के लिए सारी व्यवस्थाएं की गई हैं. सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को भी इमरजेंसी में लगाया गया है. इसके साथ ही एक सहायता डेस्क बनाई गई है. जिसमें जूनियर डॉक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि कोई भी मरीज आता या किसी भी प्रकार की उसे प्रॉब्लम होती है तो उसका फौरन इलाज किया जाए.
कार्डियोलॉजी इंस्टिट्यूट द्वारा जारी रिपोर्ट डॉ. विनय कृष्णा ने कहा कि 1 जनवरी से सर्दी के बढ़ने से जो मौत के आंकड़ा है. वह बेहद डरावना है. कहा कि 1 जनवरी से 8 जनवरी तक 108 रोगियों की मौत हार्ट अटैक से हुई है. कार्डियोलॉजी प्रबंधक ने जो आंकड़ा जारी किया है. उसके अनुसार 51 रोगियों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई है. मरने वालों में सबसे ज्यादा 25 लोग 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले हैं. 12 मौतों 51 से 60 वर्ष आयु वर्ग वालों की है. इसके अलावा जनवरी में अब तक कार्डियोलॉजी में 57 रोगी ब्रॉड डेड लाए गए. कहा कि ब्रॉड डेड आने वाले रोगियों का पर्चा नहीं बनता है. इससे उनकी आयु पता नहीं चल पाती. ये केवल कार्डियोलॉजी का डाटा है. इसके अलावा हैलट में ब्रेन अटैक के 8 रोगी भर्ती किए गए. 4 रोगी अन्य अस्पतालों में भर्ती किए गए. जबकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही तीन लोगों की मौत हो गई. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के न्यूरो साइजेस प्रमुख डॉ मनीष सिंह का कहना है कि रोगी अपना ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखें और ठंड से बचें.
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