कानपुर देहात:कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का साथी व सपा नेता गुड्डन त्रिवेदी और उसके चालक को लेकर कानपुर पुलिस कानपुर देहात की जिला न्यायालय पहुंची. यहां दोनों को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी कानपुर देहात के जगनपुर जिला पंचायत का सदस्य है.
कानपुर के बिकरू कांड के बाद से अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी फरार चल रहा था. पुलिस ने उसके ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित किया था और उसके पोस्टर कई जगह चस्पा किए थे. मुम्बई एटीएस ने अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी को गिरफ्तार किया और उसे यूपी पुलिस को सौंप दिया. यूपी पुलिस ने उन दोनों की ट्रांजिट रिमांड की मांग की थी, जिसके बाद उन्हें 4 दिनों की ट्रांजिट रिमांड दी गई है. इससे पहले दोनों को ठाणे एटीएस कोर्ट ने 21 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
गुड्डन त्रिवेदी (फाइल फोटो). दरअसल, एनकाउंटर में मार दिए जाने के खौफ से विकास दुबे के साथी अरविंद त्रिवेदी ने फ्लाइट से कानपुर ले जाने की मांग कोर्ट से की थी. कोर्ट ने इस मांग को स्वीकार कर लिया था. फ्लाइट के माध्यम से कानपुर पुलिस दोनों को लेकर आई. इसके पहले भी कानपुर पुलिस और एसटीएफ ने विकास और उसके पांच गुर्गों को एनकाउंटर में मार गिराया था. इसकी वजह से कहीं न कहीं विकास दुबे का साथी अरविंद त्रिवेदी और उसका ड्राइवर सोनू खौफजदा था, जिसकी वजह से उसने कोर्ट से मांग की कि उसे फ्लाइट से लाया जाए.
अखिलेश यादव के साथ गुड्डन त्रिवेदी. ये भी पढ़ें:...तो इसलिए लापता हुआ था कानपुर बिकरू कांड का मुख्य वादी
गौरतलब है कि कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई को दबिश देने गई पुलिस टीम के ऊपर कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस घटना में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसके बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था. बाद में पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए विकास दुबे के पांच साथियों को मार गिराया था. वहीं उज्जैन से कानपुर लाते समय विकास को भी एनकाउंटर में मार दिया गया था.
विकास दुबे के साथ गुड्डन त्रिवेदी (फाइल फोटो).)