कानपुर देहात:बरौर थाना क्षेत्र के कैलई गांव में सैनिक का पार्थिव शरीर शनिवार को पहुंचा. शव गांव में पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई. बेटे के शव को देख माता-पिता बिलखने लगे. दोनों रोते हुए कहने लगे कि बुढ़ापे का सहारा चला गया. जवान के माता-पिता को रोते देख सभी की आंखे नम हो गई. वहीं, फौजी के अंतिम दर्शन के लिए आसपास के गांव के लोगों के अलावा रिश्तेदार भी पहुंचे थे. हजारों लोगों की मौजूदगी में सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया.
कैलई गांव के रहने वाले पवन शंकर सेना में हवलदार के पद पर तैनात थे. मई 2022 में उनकी तैनाती अंबाला के 40-आर्टिलरी डिवीजन में हुई थी. वह आर्मी कैंट क्वार्टर में पत्नी रागिनी, बेटी आरोही प्रनी के साथ रहते थे. 6 सितंबर की शाम को पवन शंकर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में शामिल होने के लिए यूनिट जाने की बात कहकर निकले थे. फौजी के जाने के तीन घंटे बाद पत्नी के मोबाइल पर एक मैसेज आया था. जिसमें लिखा था "तेरे पति को खुदा के पास भेज दिया है, पाकिस्तान जिंदाबाद, इंडियन आर्मी अपने जवान को बचा सकते हो तो बचा लो." ये पढ़कर पवन शंकर की पत्नी रागिनी हैरान हो गई.
रागिनी ने तत्काल सैन्य अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद पवन शंकर की खोजबीन शुरू की गई. लेकिन, पवन शंकर का कहीं कुछ पता नहीं चला. वहीं, 7 सिंतबर को उसका शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा हुआ मिला था. अंबाला कैंट के डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर मिले फौजी के शव के मामले में पुलिस गहनता से छानबीन कर रही है. जीआरपी और पुलिस ने मिलकर सीन रीक्रिएट किया है. फौजी का मोबाइल मिलने के बाद काफी स्थिति साफ हो जाएगी. पत्नी के मोबाइल पर मैसेज की जानकारी पर खुफिया एजेंसी भी अलर्ट हो गई हैं. आशंका जताई जा रही है कि किसी संदिग्ध ने फौजी का अपहरण करके उससे आवश्यक जानकारी हासिल करने के बाद हत्या कर दी है.