कानपुर देहात: जिले में तालाबों की स्थिति सुधारने के लिए जिला प्रशासन तेजी के साथ कार्य कर रहा है. जिसके चलते अब जिले के 75 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित करते हुए संवारा जाएगा. इन तालाबों के पास में संपूर्ण व्यवस्था होंगी, जिससे कि यहां पर आने वाला व्यक्ति बैठ और टहल सके. बच्चों के लिए भी अच्छी व्यवस्थाएं की जाएंगी, जिसके लिए कानपुर देहात का जिला प्रशासन की ओर से तालाबों को अमृत सरोवर का रूप देने के लिए आने वाले खर्च भी आंकलन कर लिया गया है. अमृत सरोवर के पास अमृत वाटिका विकसित की जाएगी.
कानपुर देहात:15 करोड़ रुपये की लागत से संवारा जाएगा 75 अमृत सरोवर
जनपद कानपुर देहात में 75 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित करते हुए, संपूर्ण व्यवस्थाओं का इंतजाम किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें-कल मेरठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, तैयारियों में जुटा जिला प्रशासन
इस वाटिका के अंदर फलदार वृक्ष के साथ-साथ खुशबू देने वाले फूलों के भी पौधे लगाए जाएंगे. अमृत वाटिका की देखरेख अमृत सखी को नियुक्त करते हुए जिम्मेदारी दी जाएगी. जिले के अधिकारियों की मानें तो 10 ब्लॉकों में करीब 15 करोड़ रुपये से चिन्हित 75 अमृत सरोवर संवारे जाएंगे. कानपुर देहात में 75 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य 10 ब्लाकों में निर्धारित किया गया है. जिसमें अमरौधा व मलासा में 8-8, अकबरपुर, डेरापुर, राजपुर व संदलपुर में 7-7, सरवनखेड़ा में 6 रसूलाबाद में 11 व झींझक ब्लॉक में 5 व मैथा में 9 अमृत सरोवर चिन्हित कराए गए हैं. सुंदरीकरण के कार्य के लिए तैयारियां भी तेजी के साथ शुरू हो गई है. तालाब के आसपास फैले अतिक्रमण को हटाने का कार्य भी तेजी से हो रहा है. अगर समय पर पूरा कार्य हो जाए तो 15 अगस्त को अमृत सरोवर स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाने की तैयारी है.