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NHAI की लापरवाही की सजा भुगत रहे ग्रामीण, 500 मीटर की दूरी तय करने के लिए लगाते हैं 5 किलोमीटर का चक्कर - कन्नौज में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

कन्नौज जिले के सारोतोप गांव के सैंकड़ों लोगो ने अंडरपास बनाने की मांग को लेकर आज जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया. ग्रामीणों का आरोप है कि एनएचएआई (National Highways Authority of India) और जिला प्रशासन कि अनदेखी के कारण उन्हें गांव से बाहर जाने के लिए लगभग 5 किलोमीटर का चक्कर लगाना होता है.

अंडरपास बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
अंडरपास बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

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Published : Jul 29, 2021, 3:48 PM IST

कन्नौज :जनपद में गुरुवार को अंडरपास बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने डीएम कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के पास अंडरपास न होने की वजह से लोगों को काफी समस्या होती है. ग्रामीणों का आरोप है कि कई अधिकारियों के बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है. दरअसल कन्नौज जनपद की सीमा से एनएच-91 हाइवे को चौड़ा करके 6 लेन बनाया जा रहा है.

हाइवे पर चल रहे निर्माण के कारण सारोतोप गांव के लोगों को काफी दूर से घूमकर जाता पड़ता है. ग्रामीणों की मांग है कि सारोतोप गांव जाने के लिए मुख्य मार्ग के सामने अडंरपास बनाया जाए. गांव के सामने अंडरपास न बनने से लोगों में अक्रोश है. इसी मांग को लेकर ग्रामीण आज सैंकड़ों ग्रामीणों ने डीएम कार्यालय का घेराव किया. अंडरपास की मांग कर रहे ग्राणीणों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर जमकर नारेबाजी की.

अंडरपास बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

प्रदर्शन कर रहे एक ग्रामीण ने बताया कि गांव की आबादी लगभाग 20 हजार है. अंडरपास न होने की वजह से गांव के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मुख्य बाजार, अस्पताल, बैंक व बच्चों को स्कूल जाने के लिए काफी समय लगता है. गांव से बाहर जाने के लिए लगभग 5 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है. यदि मुख्यमार्ग के सामने अंडरपास बन जाता है तो मुख्य मार्ग से गांव की दूरी सिर्फ 500 मीटर रह जाएगी. अंडरपास बनाने के लिए एनएचएआई (National Highways Authority of India) को दो बार अप्लीकेशन दिया है, लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है.

एनएचएआई (National Highways Authority of India) और जिला प्रशासन की लापरवाही की सजा गांव के लोग भुगत रहे हैं. स्कूल, अस्पताल, मार्केट जाने वाले लोगों को 500 मीटर की दूरी 5 किलोमीटर में का चक्कर लगाकर तय करनी होती है. ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव से होकर आसपास के लगभग 12 अन्य गांव के लोगों का आवागमन होता है. सड़क पर हो रहे निर्माण के कारण मुख्य मार्ग को बंद किया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि अंडरपास नहीं बनाया गया तो वह अनशन करेंगे.


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