कन्नौज : देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के जिले कन्नौज के इत्र की खुशबू से अब दक्षिण भारत भी महकेगा. इसकी शुरुआत यूपी और तमिलनाडु की सरकार के बीच हुए करार से हुई. तमिलनाडु सरकार के उद्यान व उद्योग विभाग के करीब 30 अधिकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल कन्नौज पहुंचा. जहां औषधि फसलों से एसेंसियल आयल निकालने और उनके उत्पादन की बारीकियों को सदस्यों ने समझा.
कन्नौज के इत्र की खुशबू से महकेगा दक्षिण भारत, दो राज्यों के बीच हुआ करार - सुगंध एवं सरस विकास केंद्र
'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट' योजना के अंतर्गत शामिल किए गए कन्नौज के इत्र व्यवसाय की महक दक्षिण भारत के तमिलनाडु प्रदेश में भी महकेगी. तमिलनाडु में इत्र उद्योग की अपार संभावनाओं को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने फूलों की खेती की शुरुआत करने के लिए 15 उद्यान अधिकारी और 15 इंडस्ट्रीज को प्रशिक्षण के लिए कन्नौज स्थित सुगंध एवं सरस विकास केंद्र भेजा है.
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जानकारी के मुताबिक, 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट' योजना के अंतर्गत शामिल किए गए कन्नौज के इत्र व्यवसाय की महक दक्षिण भारत के तमिलनाडु प्रदेश में भी महकेगी. तमिलनाडु में इत्र उद्योग की अपार संभावनाओं को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने फूलों की खेती की शुरुआत करने के लिए 15 उद्यान अधिकारी और 15 इंडस्ट्रीज को प्रशिक्षण के लिए कन्नौज स्थित सुगंध एवं सरस विकास केंद्र भेजा है. यहां अधिकारी फूलों और औषधीय फसलों की खेती का प्रशिक्षण लेकर किसानों को जानकारी मुहैया कराने के साथ-साथ उद्योग को बढ़ावा देंगे.
तमिलनाडु सरकार के इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर भास्करन ने बताया कि तमिलनाडु में सुगंधित और औषधि फसलों की अपार संभावनाएं हैं. यहां से प्रशिक्षण लेकर वो तमिलनाडु राज्य में किसानों को प्रशिक्षित करेंगे. साथ ही इत्र उद्योग के माध्यम से रोजगार और व्यवसाय के साधनों को बढ़ाने का प्रयास करेंगे. सुगंध एवं सरस विकास केंद्र से अर्जित की गई जानकारियों को तमिलनाडु में अपनाएंगे. दो प्रदेशों के बीच होने वाले व्यापार को भी बढ़ावा देंगे.