कन्नौज:जिले भर में आलू बीज शोधन की गलत दवा से सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा आलू की फसल बर्बाद हो गई है. कृषि विभाग ने नकली दवा बेचने वाले दुकानदारों के लाइलेंस निरस्त कर जांच के लिए टीम गठित कर दी है. इसके बावजूद कुछ आलू किसान जिन बीज और दवा विक्रेताओं ने नकली दवाएं नहीं बेची है, उनके साथ भी मारपीट व अभद्रता कर रहे है. दुकानदारों के साथ मारपीट और गाली गलौज के मामले समाने आने पर बीज विक्रेताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शनकर डीएम को ज्ञापन सौंपा. साथ ही दुकानें बंद रखकर अपना विरोध जताया. बीज और दवा विक्रेताओं ने मारपीट करने वाले किसानों से बचाने की गुहार लगाई है. इसके अलावा दोषी कंपनियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है. मांग पूरी न होने पर लखनऊ में विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
दरअसल, इत्रनगरी में आलू बुवाई के दौरान किसानों ने बीज शोधन के लिए दवा का इस्तेमाल किया था. नकली बीज शोधन दवा के प्रयोग से जिले भर में करीब 125 हेक्टेयर से अधिक खेत में आलू की फसल नहीं उगी है. मामला सामने आने के बाद नकली दवा बेंचने वाले तीन दुकानदारों के लाइसेंस निरस्त कर दिए है. जबकि 14 दुकानदारों को नोटिस दिया गया है. इसके अलावा कृषि विभाग ने जांच टीम का गठन कर दिया है.
आरोप है कि कुछ आलू किसानों द्वारा उन बीज और दवा विक्रेताओं के साथ अभद्रता, गाली गलौज व मारपीट की जा रही है, जिन्होंने नकली दवाई की बिक्री नहीं की. किसानों द्वारा मारपीट से परेशान होकर बीज और दवा विक्रेताओं ने उत्तर प्रदेश एग्रो इनपुट डीलर्स एसोसिएशन के बैनर तले एकजुट होकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान बीज विक्रेताओं ने अपने अपने प्रतिष्ठान भी बंद रखे.