कन्नौज: गैर प्रान्तों से पैदल आ रहे प्रवासी मजदूरों को राहत देने के लिए प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इसी के तहत सोमवार को एसडीएम तिर्वा ने एक प्राइवेट बस का इंतजाम कर उसे एक्सप्रेस-वे पर फगुहा कट के निकट खड़ा कर दिया. करीब तीन घंटे के इंतजार के बाद भी तहसील प्रशासन को कोई प्रवासी मजदूर पैदल आते नहीं दिखा. जिसके बाद एसडीएम वापस लौट आए.
एसडीएम करते रहे प्रवासी मजदूरों का इंतजार
सोमवार की दोपहर उपजिलाधिकारी जयकरन लेखपालों की टीम के साथ एक प्राइवेट बस को लेकर एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे. अफसर करीब तीन घंटे तक पैदल आने वाले मजदूरों का इंतजार करते रहे, लेकिन इस दौरान कोई प्रवासी मजदूर अफसरों को पैदल आते नहीं दिखा. साथ ही काफी देर इंतजार करने के बाद एसडीएम वापस लौट आए.
कन्नौज: क्वारंटाइन के डर से प्रवासियों ने बदला रास्ता, SDM बस लेकर करते रहे इंतजार - migrant laborers in kannauj
सीएम योगी ने निर्देश दिए कि अगर किसी भी जिले में मजदूर पैदल और ट्रकों से जाते दिखे तो वहां के डीएम और एसपी जिम्मेदार होंगे. इसी के तहत कन्नौज जिले में एसडीएम बस लेकर प्रवासियों का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई मजदूर पैदल यात्रा करता नहीं दिखा. ग्रामीणों के मुताबिक अफसरों को देख प्रवासी रास्ता बदल रहे हैं.
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अफसरों को देख प्रवासियों ने बदला रास्ता
वहीं दूसरी ओर कई क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर सोमवार को भी लोगों का पैदल निकलने का सिलसिला जारी था. साथ ही बताया कि अफसरों की टीम को एक्सप्रेस-वे पर मौजूद देख पैदल चलने वाले प्रवासी मजदूर एक्सप्रेस-वे से नीचे उतर गए. साथ ही लिंक रोड पर कुछ दूर तक पैदल चलने के बाद फिर से एक्सप्रेस-वे पर चढ़ गए. इन ग्रामीणों के मुताबिक क्वारंटाइन में भेजे जाने के डर से प्रवासी मजदूर अफसरों को देख अपना रास्ता बदल लेते हैं.