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कन्नौज में बंद पड़ी सीएचसी और पीएचसी शुरू कराने के लिए सपाइयों ने किया प्रदर्शन - Samdhan CHC Kannauj

कन्नौज में सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बंद पड़ी सीएचसी व पीएचसी को चालू किए जाने की मांग की.

पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव
पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव

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Published : Apr 11, 2023, 6:06 PM IST

पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव बोले.

कन्नौज: कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाकर सपा कार्यकर्ताओं ने कन्नौज सीएमओ कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बंद पड़ी सीएचसी व पीएचसी शुरू कराए जाने की मांग की. सपा कार्यकर्ताओं नेजाति के आधार पर ट्रांसफर और पोस्टिंग का भी आरोप लगाया.


सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव की अगुवाई में संजय दुबे, अमित मिश्रा, सतेंद्र यादव, राकेश कठेरिया, हरिपाल वर्मा, वीरपाल यादव, रामजी दुबे समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता कन्नौज सीएमओ कार्यालय पहुंचे. इस दौरान सपाईयों ने जिले भर में बंद पड़ी सीएचसी व पीएचसी शुरू कराए जाने की मांग कर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के बाद सपाईयों ने प्रभारी सीएमओ डॉ. डीपी आर्या को एक ज्ञापन सौंपा. उन्होंने कहा कि देश भर में कोराना ने फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है. इसके अलावा कई अन्य गंभीर बीमारियों से भी लोग परेशान हैं. यहां डॉक्टरों की कमी के चलते लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है.

पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह ने कहा कि कई बार कन्नौज सीएमओ कार्यालय को इस बारे में अगवत कराया गया है. इसके बावजूद भी करोड़ों रुपये की लागत से बनी उमर्दा सीएचसी, समधन सीएचसी, खड़िनी सीएचसी डॉक्टरों की कमी से अभी तक शुरू नहीं कराई गई. कई पीएचसी में ताला लटक रहा है. इसके बाद भी सीएमओ हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जो भी डॉक्टर हैं, वह ड्यूटी पर नहीं आते हैं. जिले में न्यूरो का कोई डॉक्टर ही नहीं है. इसके अलावा गंभीर बीमारियों के भी डॉक्टर अस्पतालों में नहीं हैं. स्वास्थ्य विभाग सिर्फ और सिर्फ वसूली में लगा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जाति के आधार पर कार्रवाई करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मार्च में स्वास्थ्य विभाग द्वारा फर्जी तरीके से रुपये भी निकाले गए हैं. कोविड-19 के बढ़ते मामलों को भी देखकर अस्पताल में कोई कोरोना वार्ड नहीं बनाया गया है. उन्होंने कहा कि जाति के आधार पर ट्रांसफर व पोस्टिंग को बंद किया जाना चाहिए. जो लोग क्लीनिक खोले हैं, उनको परेशान किया जाता है.



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