कन्नौजः जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक अधेड़ कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. सीने में दर्द की बात लिखकर जेल अधीक्षक ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में एक पर्चा भेज दिया, जहां डॉक्टर ने बताया कि यहां आने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी. साथ में आए जेल सुरक्षाकर्मी ने अस्पताल में जेल अधीक्षक के हस्ताक्षर का पर्चा दिखाया, जिसमें अचानक सीने में दर्द की बात लिखी थी.
कन्नौजः जेल प्रशासन की लापरवाही से हुई कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में जेल प्रशासन की लापरवाही के चलते एक कैदी की मौत हो गई है, लेकिन जेल प्रशासन इससे पल्ला झाड़ रहा है. कैदी की मौत जेल में ही होने की सम्भावना जताई जा रही है, लेकिन जेल प्रशासन जिम्मेदारी से बचने के लिए कैदी को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने उसके मृत होने की पुष्ट की.
कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत.
क्या है पूरा मामला-
- जिला जेल से एंबुलेंस से कैदी को जिला अस्पताल लाया गया, यहां इमरजेंसी में तैनात डॉ. बीके शुक्ला ने बताया कि जांच करने पर कैदी की मौत पहले ही हो चुकी थी.
- साथ में आए जेल सुरक्षाकर्मी और होमगार्ड ने अस्पताल में जेल अधीक्षक के हस्ताक्षर का पर्चा दिखाया.
- पर्चे में लिखा था कि कैदी उदयपाल उम्र 55 वर्ष पुत्र बनवारीलाल के सीने में अचानक दर्द होने लगा है, जिसको जेल के अस्पताल में आराम नहीं मिला, उसके बाद जिला अस्पताल भेजा गया.
- मृतक कैदी उदयपाल कन्नौज के हसेरन ब्लॉक क्षेत्र के कंसुआ का रहने वाला था, जो एक जमीनी विवाद के मामले में हुई हत्या की सजा में जेल में बंद था.
- जानकारी के अनुसार मृतक का बड़ा लड़का पुलिस विभाग में कानपुर में तैनात है और छोटा बेटा सेना में सेवा कर रहा है.
- बेटी भी इटावा जिले के सैफई में पुलिस विभाग में तैनात है. जेल जाने के बाद ही मृतक के बच्चे सरकारी नौकरी में शामिल हुए थे.