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कन्नौज: राजनीतिक दलों ने साफ किया अपना चुनावी मुद्दा, देखें रिर्पोट

कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किए 22 प्रत्याशियों में से कुछ प्रत्याशी नाम वापस लेने वाले हैं. वहीं जानकारी है कि 11 व 12 अप्रैल को उम्मीदवार अपने नाम वापस लेंगे. जिसके बाद कन्नौज में स्थिती साफ हो जायेगी कि कौन-कौन अपनी दावेदारी दाखिल कर चुनाव लड़ेगा.

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Published : Apr 11, 2019, 2:39 PM IST

कन्नौज : लोकसभा क्षेत्र से कुल 22 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं. जिनकी जांच के बाद अब नाम वापसी की प्रक्रिया होगी. अधिसूचना जारी होने के बाद कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए कुल 29 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र खरीदे थे. 9 अप्रैल को आखिरी दिन तक सपा-बसपा गठबंधन, भाजपा, शिवसेना समेत 22 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया था.

कन्नौज: कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार वापस लेंगे नाम, साफ होगी चुुनावी स्थिती

10 अप्रैल को सभी नामांकन पत्रों की जांच भी हुई, वहीं 11 व 12 अप्रैल को उम्मीदवार नाम वापस लेंगे. इसके बाद ही स्थिती पूरी तरह से साफ हो जाएगी, लेकिन सबसे बड़ी बात है कि कन्नौज लोकसभा सीट से किन किन मुद्दों पर प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे आइए देखते हैं. कन्नौज से यह खास रिपोर्ट.

कन्नौज लोकसभा सीट का शुरू से ही राजनीतिक इतिहास रहा है, राजा-महाराजाओं से लेकर राजनेताओं की कड़ी इस इत्र नगरी से जुड़ी चली आ रही है. कन्नौज लोकसभा सीट से चुनकर तीन सांसद अलग-अलग समय अलग-अलग प्रदेशों के मुख्यमंत्री की कुर्सी भी हासिल कर चुके हैं. मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने यूपी के मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल किया है, तो वहीं शीला दीक्षित ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का ताज पहना था. सपा का गढ़ कहा जाने वाला कन्नौज मैं इस बार सपा-भाजपा के साथ-साथ शिवसेना ने भी अपना प्रत्याशी उतारा है. जो इस लोकसभा चुनाव के चुनावी समीकरणों को बिगाड़ने के लिए काफी है, लेकिन इस बार कन्नौज लोकसभा का चुनाव किस मुद्दे पर होगा यह जानना भी बहुत जरूरी है.

शिवसेना का मुद्दा : शिवसेना प्रत्याशी आनंद विक्रम सिंह ने बताया कि हिंदुत्व के नाम पर और विकास के नाम पर चुनाव लड़ने की बात की. उन्होंने कहा कि जनता यहां पर पिछले 20 सालों से डिंपल जी को भी देख चुकी है. 20 सालों से यहां पर भाजपा को भी देख चुकी है. भाजपा यहां 20 सालों से लगातार दबी जा रही है और बिकी जा रही है जो अब नहीं होगा.

भाजपा का मुद्दा : भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक का कहना है कि मुद्दा तो इस समय सिर्फ एक है. इस समय देश के विकास का मुद्दा है, देश में आतंकवाद समाप्ति का, मुद्दा है भ्रष्टाचार की समाप्ति का. निश्चित रूप से जिस प्रकार नरेंद्र मोदी ने सरकार 5 साल चलाई है और जो हमारे काम रहे हैं. खासकर नीचे स्तर के काम जनता के लिए जो काम किए गए हैं.

सपा का मुद्दा : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री जी ने कौन सी नई चीज कन्नौज को दी है. बीजेपी ने कौन सी चीज कन्नौज को दी है. सब छीन लिया यहां का यह शहर इत्र की वजह से जाना जाता है. केमिकल इत्र की वजह से नहीं. नेचुरल इत्र की वजह से और दुनिया का सबसे बेहतरीन प्लांट मैं यहां लगाने जा रहा था.

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