कन्नौज:कानपुर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के ठिकानों पर मिली रकम की खूब चर्चा हो रही है. डीजीजीआई ( Directorate General of GST Intelligence) की टीम को छापे के दौरान नोटों के इतने बंडल मिले, जिस गिनने के लिए 14 मशीनों का सहारा लेना पड़ा. 36 घंटे तक चली छापेमारी में करीब 27 अफसर दिन-रात लगे रहे. बताया जाता है कि बरामद रकम को बैंक तक पहुंचाने के लिए 40 से अधिक पेटियों का इस्तेमाल करना पड़ा. वहीं स्थानीय इत्र उद्योगपतियों की समिति के सबसे बड़े संगठन द अतर एंड परफ्यूमर्स एसोसिएशन ने पीयूष जैन को इत्र कारोबारी मानने से इंकार कर किया है.
टैक्स चोरी के शक में डीजीजीआई की टीम ने छिपट्टी मोहल्ला निवासी इत्र व्यापारी पीयूष जैन के कानपुर, कन्नौज और मुम्बई स्थित घर के अलावा कारखाना, कोल्ड स्टोर, पेट्रोल पंप समेत कई ठिकानों पर गुरुवार को छापा मारा था. चोरी के शक में कन्नौज के इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर पर शनिवार को छापेमारी जारी है. अब तक पीयूष जैन के कानपुर वाले घर से 177 करोड़ रुपये बरामद हो चुके हैं. डीजीजीआई की टीम ने शुक्रवार को जहां पीयूष के बेटे प्रत्युष जैन को हिरासत में ले लिया था. वहीं, देर रात 2.30 बजे टीम ने पीयूष जैन को भी हिरासत में ले लिया है. टीम ने शनिवार को 17 पेटी में रुपये और रुपये गिनने की 14 मशीनें और एक लॉकर वैन में लोडकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मेन ब्रांच चेस्ट में पुलिस और पीएसी के घेरे में भेज दिया है. जबकि इससे पहले 25 पेटी में पैसे व्यापारी के घर से बैंक भेजे गए थे.
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के पैतृक आवास पर पिछले 24 घंटे से ज्यादा के समय से डीजीजीआई की टीम की जांच चल रही है. सूत्रों की मानें तो टीम करीब दो दर्जन से ज्यादा लॉकरों को तोड़ने का प्रयास कर रही है. वहीं, टीम पीयूष जैन के बेटे को घर के पीछे वाले कमरे में लेकर जांच के लिए पहुंची है. जबकि प्रत्यूष जैन मीडिया के सवालों से बचते नजर आए हैं. सूत्रों की मानें तो पीयूष जैन के पैतृक आवास पर दर्जनों लॉकर और अलमारियां हैं. टीम ने बाहर से लोगों को बुलाकर लॉकर और अलमारियां कटवाकर जांच पड़ताल में जुटी है.
मकान के बाहर लगातार तोड़फोड़ की आवाजें आ रही है. सूत्रों की मानें तो मकान के अंदर से नौ ड्रम संदल, एक झोला चाबी, दो-दो हजार के नोटों से भरे गत्ते और करीब 15 से 20 लॉकर और अलमारी तोड़ी जा रही हैं. बताया जा रहा है कि अभी बड़ी संख्या में लॉकर और अलमारियां तोड़ी जानी बाकी हैं. हालांकि मकान के अंदर से टीम को कितनी रिकवरी हुई है. इसकी कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है.